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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला जेल चित्तौड़गढ़ से मध्यप्रदेश के बैतूल स्थित जेल में ट्रांसफर के दौरान गत दिनों फरार हुआ मुलजिम आखिर मंदसौर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपित जेल में ले जाने से पहले चिकित्सालय में परीक्षण के दौरान भीड़ का फायदा उठाते हुए मौके से भाग छूटा था। आरोपित शातिर प्रवृत्ति का होकर इसके खिलाफ एनडीपीएस के कई प्रकरण दर्ज हैं।
जानकारी में सामने आया कि मध्यप्रदेश के नीमच जिले में जावद थाना अंतर्गत आंवलीचक निवासी गोपाल पुत्र मांगीलाल बंजारा चित्तौड़गढ़ जेल में बंद था। इसके खिलाफ मध्यप्रदेश के बैतूल में एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण दर्ज था। इसी मामले में इसे पेशी पर ले जाना था। इसके लिए चित्तौड़गढ़ पुलिस को इसे बैतूल जेल में ट्रांसफर करना था। ऐसे में चित्तौड़गढ़ पुलिस लाइन से हेड कांस्टेबल मुस्ताक मोहम्मद, कांस्टेबल रामलाल, राजेश व पृथ्वीराज की टीम आरोपित गोपाल को लेकर बैतूल पहुंची थी। जेल में दाखिल से पहले आरोपित का मेडिकल परीक्षण एवं ईसीजी करवाने के लिए बैतूल चिकित्सालय ले जाया गया था। इस दौरान आरोपित चित्तौड़गढ़ पुलिस की टीम को चकमा देकर भीड़ का फायदा उठाते हुए फरार हो गया था। ऐसे में आरोपित के खिलाफ बैतूल जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज करवाया गया था। इस संबंध में मध्यप्रदेश पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी। फरार एवं वांछित आरोपियों की तलाश को लेकर मंदसौर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने सभी थानाधिकारियों को निर्देश दिए गए थे। इसी के तहत मंदसौर जिले के भानपुरा थानाधिकारी रमेशचंद्र डांगी को फरार आरोपित गोपाल बंजारा के संबंध में महत्वपूर्ण सूचना मिली थी। इस पर थानाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस टीम दुधाखेड़ी माताजी मंदिर क्षेत्र में पहुंची। यहां दबिश देकर आरोपित गोपाल बंजारा को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में सूचना मिलने के बाद बैतूल की पुलिस मंदसौर पहुंची, जहां से आरोपित को अपने हिरासत में लिया है। इधर, जानकारी में सामने आया है कि आरोपित नीमच जिले के जावद थाना क्षेत्र का रहने वाला होकर शातिर अपराधी है। इसके विरुद्ध आधा दर्जन से अधिक प्रकरण राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में दर्ज हैं। इसमें से पांच प्रकरण मादक पदार्थ तस्करी के बताए गए हैं।