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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले में युवाओं पर ऑनलाइन गेमिंग का शिकंजा कसता ही जा रहा है। ऑनलाइन गेम में एक तरफ युवा समय और पैसा गंवा रहा है तो वहीं ऑनलाइन गेम में जीती राशि भी नहीं मिल रही है। शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी मिल रही है। इसी तरह का एक मामला जिले के शंभूपुरा थाने पर दर्ज हुआ है। इसमें एक युवक ने नामजद प्रकरण दर्ज करवाया है। इसमें कपासन निवासी बालमुकुंद ईनाणी व अन्य के खिलाफ साइबर मामले में ठगी करने और धोखाधड़ी करने का एक मामला दर्ज हुआ है। इस मामले की जांच साइबर थाना पुलिस कर रही है।
शंभूपुरा थानाधिकारी रामलाल मीणा ने बताया कि सावा निवासी मुकेश गाडरी ने थाने में रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन पढ़ा और उसमें रंग भरने का काम दिया हुआ था। इसमें पैसे जीतने की बात कही गई थी। प्रार्थी ने फेसबुक पर एप्लीकेशन डाउनलोड कर उसमें रंग भरता। इससे वह कुछ पैसे जीत गया। ऐसे में कंपनी ने उसे रुपए लौटा दिए थे। इससे प्रार्थी का विश्वास ऑनलाइन गेम पर पक्का हो गया। इसके बाद फ्रॉड कंपनी ने उसे और भी भरोसा दिलाया था। इस पर प्रार्थी कंपनी के झांसे में आ गया। प्रार्थी ने 16 लाख रुपए से ज्यादा का इन्वेस्ट कर दिया। इस पर उसे 23 लाख रुपए का मुनाफा हुआ। लेकिन कंपनी ने उसे मुनाफा नहीं लौटाया। प्रार्थी ने इसकी शिकायत साइबर थाने में की। रिपोर्ट में बताया कि साइबर थाने में शिकायत करने के बाद गत 9 जून को सावा निवासी मोनू न्याति प्रार्थी के घर पहुंचा। उसे स्कूटर पर बिठाया और कहा कि मुझे कुछ बात करनी है। फिर आरोपित उसे कहीं ले गया और धमकी दी आरोपित मोनू न्याति ने कहा कि साइबर थाने में जो शिकायत की है उससे सारे लड़कों के अकाउंट बंद हो गए है। यह शिकायत वापस ले ले। साथ ही धमकी दी कि शिकायत नहीं ली तो तुझे गोली मार दूंगा। आरोपित ने यह भी कहा कि यह सारा काम वह और मौसेरा भाई बालमुकुंद दोनों ही मिल कर करते हैं। बालमुकुंद ईनाणी इस पूरे काम का सरगना है। इसके बाद मोनू न्याति ने किसी को फोन कर प्रार्थी को मरवा देने को कहा। रिपोर्ट में बताया कि इसके बाद से वह दहशत में हूं। प्रार्थी की इस रिपोर्ट पर शंभूपुरा थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान साइबर पुलिस को सौंप दिया है।