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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस के उपलक्ष में गुरुवार को सुख सेवा संस्थान नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र और केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ के तत्वावधान में शहर में जन जागरूकता रैली निकाली गई।
संस्थान अध्यक्ष गफ्फार पठान ने बताया कि गुरुवार को जिला अफीम अधिकारी डीके सिंह, आरके मीणा, बीएन मीणा व सुख सेवा संस्थान संस्थान के जितेंद्र तोमर की उपस्थिति में रैली का शुभारंभ किया। इस अवसर पर संस्थान के स्टाफ व इलाजरत मरीजों को नशा न करने की शपथ भी दिलाई गई।
इस अवसर पर नशा विरोधी जागरूकता का संदेश देती रैली को शहर के विभिन्न मार्गों से निकाला, जिसमें केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ और सुख सेवा संस्थान नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र के वाहन भी साथ चले। रैली के दौरान नशा विरोधी स्लोगन की तख्तियां और नारे का भी उद्घोष किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो जिला चित्तौड़गढ़ के अफीम अधिकारी डीके सिंह ने नारकोटिक्स आयुक्त भारत सरकार दिनेश बौद्ध के संदेश का वाचन कर कहा कि नशा इंसान के शरीर का ही नहीं बल्कि पूरे समाज व देश का दुश्मन है। नशे की गिरफ्त में आकर व्यक्ति अपराध प्रवृति की ओर बढ़ता है, जिससे कई तरह के नुकसान समाज व देश को उठाने पढ़ते है। इसलिए बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए हमें हर संभव प्रयास करने होंगे। वहीं गफ्फार पठान ने भी विचार रख संस्थान के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ का समस्त स्टाफ और सुख सेवा संस्थान के काउंसलर प्रियंका जोशी, शोयब पठान, विनय पालीवाल, चैन सिंह भाटी, इशाक, पवन शर्मा, कन्हैया लाल आदि का सहयोग रहा।