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सीधा सवाल। निम्बाहेड़ा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा महर्षि वेद व्यास जयंती विशाल अकादमी माध्यमिक विद्यालय निंबाहेड़ा में बड़े धूमधाम से मनाई गई। मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती एवं वेदव्यास के छायाचित्र के सम्मुख द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया।परिषद गीत सुशीला माहेश्वरी ने प्रस्तुत किया।अतिथियों का स्वागत व परिचय प्रांत उपाध्यक्ष श्रीपाल सिसोदिया द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रवींद्र कुमार उपाध्याय, विशिष्ट अतिथि श्यामा सोलंकी महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष, मुख्य वक्ता प्रांत कोषाध्यक्ष पंकज सरकार एवं अध्यक्ष परिषद के संरक्षक जानकी लाल जोशी रहे। नए सदस्यों का उपरना ओढ़ाकर स्वागत व अभिनंदन किया गया। मुख्य वक्ता पंकज सरकार ने बताया कि आदि गुरु महर्षि वेदव्यास ने वेदों एवं पुराणों का संकलन, महाभारत एवं अनेक ग्रंथों की रचना की। राष्ट्रवाद और सनातन संस्कृति के विचारों का संरक्षण, पोषण और संवर्धन समय की मांग है। साथ ही अपने उद्बोधन में उदाहरण सहित गुरु की महिमा का बखान किया। हंसा सोनी ने "करती हूं वंदन अपना, चरणों में शीश झुकाती हूं", श्यामा सोलंकी ने "दिलो में सबके ठिकाना तुम्हारा, जमाने के तुम हो, जमाना तुम्हारा", पंकज सरकार ने "मझधार से निकाले , करें भाग्य में उजाले, प्रभु सम गुरुवर तुमको प्रणाम है", सुशीला माहेश्वरी "गुरु बिना जीवन अपूर्ण हैं ,गुरु बिन मान न कोई", यू . एस.शर्मा ने "गुरु पथ प्रदर्शक एवं मार्गदर्शक हैं", रवींद्र कुमार उपाध्याय ने कहा कि "हमें दत्तात्रेय की तरह शिक्षा प्राप्त करने के लिए छोटे बड़े जीवों को भी गुरु बनाना चाहिए ,श्रीपाल सिसोदिया ने "कामना है कि दीप ,हर घर जले " गुरु वंदना प्रस्तुत की। जानकीलाल जोशी ने गुरु की महिमा का बखान किया और आज की शिक्षा पद्धति पर चिंता प्रकट करते हुए,कहा कि आज की शिक्षा केवल अर्थ कमाने तक सीमित रह गई है। कार्यक्रम का कुशल संचालन इकाई अध्यक्ष सत्यनारायण जोशी ने किया । धन्यवाद श्रीपाल सिसोदिया ने किया । कल्याण मंत्र हंसा सोनी ने किया। कार्यक्रम में तरुणा गोखरू, बी.एम. प्रधान, अविनाश गोठवाल ,चांदमल सुथार, गोपाल सोनी, हंसा सोनी, कमलेश जैन, मनोहर लाल मीणा ,सुधीर कुमावत, संजय सुराणा, उमेश तोतला, विजेंद्र पानेरी ,संगीता दक एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।