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सीधा सवाल। बेगूं। विद्युत विभाग बेगूं में एफआरटी और ग्रिड ऑपरेटरों ने वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर सोमवार को उपखंड कार्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर और एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार विष्णुलाल यादव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि फॉल्ट रिमूवल टीम शहरी और ग्रामीण द्वारा अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को इस विषय के लिए पहले भी कई बार लिखित ज्ञापन दिया गया है। हाल ही में 7 जुलाई को भी लिखित ज्ञापन दिया गया कि हम सभी कर्मचारियों को कार्य करते हुए लगभग 5 से 6 साल हो गये है। फिर भी हमे वेतन मात्र 6 हजार से 7 हजार रूपये तक ही दिया जाता है, जिससे हमारे परिवार का सही से भरण-पोषण नहीं होता है। हमारा कार्य खतरे से भरा पड़ा है, हम सभी कर्मचारी जान जोखिम में डालकर भी सारा कार्य करते है, फिर भी हमे वेतन लेबर लॉ नियमानुसार नहीं दिया जाता हैं, जबकि हम कर्मचारियों से 11 केवी लाइन, एल टी लाइन, 33 केवी लाइन का कार्य करवाया जाता है। हम वेतन बढ़वाने हेतु लिखित ज्ञापन देते है तो कंपनी द्वारा हमें कार्य से निकालने की धमकिया तक दी जाती है और आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। बताया गया कि पूर्व में दिए गए ज्ञापन पर विभाग द्वारा गंभीरता नहीं दिखाने पर एफआरटी शहरी और ग्रामीण द्वारा सोमवार से कार्य का बहिष्कार किया गया, जो मांगे नहीं माने जाने तक जारी रहेगा।
ग्रिड ऑपरेटरों ने भी दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी
इधर विद्युत विभाग बेगूं के ग्रिड ऑपरेटरों ने भी वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर सहायक अभियंता बिजली विभाग और एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा और 30 जुलाई तक समस्या का समाधान नहीं होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी। ज्ञापन में बताया गया कि सभी ग्रीड ऑपरेटर अ. वि. वि. नि. लि. बेगूं के अधीनस्थ निजी कंपनी अजय इलेक्ट्रिकल के अधीनस्थ कार्यरत है। हम सभी कर्मचारियो को कार्य करते हुए 3 से 5 वर्ष हो गये है व हम सभी कर्मचारियो को वेतन सिर्फ 5 हजार से 6 हजार रूपये प्रतिमाह दिया जा रहा है, जो कि बहुत कम है। इससे हमारा व हमारे परिवार का भरण-पोषण नहीं हो रहा है। हमें सुरक्षा उपकरण भी समय पर नहीं दिये जाते है। ज्ञापन में मांग की गई कि सभी कर्मचारियो का अनिवार्य वेतन 18000/- रूपये प्रतिमाह किया जाए अन्यथा हम सभी ग्रिड ऑपरेटर अनिश्चितकालीन कार्य का बहिष्कार करेंगें जिसकी समस्त जिम्मेदारी कम्पनी की होगी।
