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सीधा सवाल। गंगरार उपखण्ड के ग्राम पंचायत साडास के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तक पहुंचना भारी पड़ रहा है। हालत यह है कि उन्हें विद्यालय पहुंचने के लिए प्रतिदिन जद्दोजहद करनी पड़ रही है। कच्चे मार्ग पर बरसात का पानी भरा होने से छात्र-छात्राएं गिरते-उठते विद्यालय पहुंच पा रहे हैं।
एक ओर जहां सरकार स्कूल चलो अभियान चलाकर नौनिहालों को शिक्षा से जोड़ने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है, वहीं ग्रामीण इलाकों में स्कूल के पहुंच मार्ग जर्जर होने से नौनिहलों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए काफी कठिनाई उठानी पड़ रही है। विद्यालय तक जाने वाला मार्ग पूरी तरह ऊबड़-खाबड़ है। बारिश के मौसम में इसकी हालत और भी अधिक बिगड़ गई है। मार्ग में पानी भरा होने के कारण विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को स्कूल जाने-आने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को कीचड़ में से होकर गुजरना पड़ रहा है। इसी मार्ग पर दो अन्य निजी विद्यालय भी आते है व एक आयुर्वेदिक चिकित्सालय भी है। इस पर पैदल निकलना भी मुश्किल है।
