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सैनिक स्कूल के कैडेट्स को किया प्रेरित

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। 65वें स्थापना दिवस के पूर्व-कार्यक्रम में, एवरेस्ट पर्वतारोही गीता सामोता ने स्कूल के शंकर मेनन सागा सभागार में आयोजित हुए एक विशेष कार्यक्रम के तहत अपने साहस और दृढ़ संकल्प की अद्भुत यात्रा से कैडेटों को प्रेरित किया। स्कूल के प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया एवं उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव ने पर्वतारोही सामोता को स्कूल परिवार की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट किया। स्कूल के पूर्व छात्रों ने भी पर्वतारोही गीता सामोता को शॉल ओढ़कर सम्मानित किया।
स्कूल के जनसंपर्क अधिकारी बाबूलाल शिवरान ने बताया कि गीता सामोता एक प्रसिद्ध पर्वतारोहि हैं, जिन्होंने अपनी इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास से पर्वतारोहण की दुनिया में अनोखा स्थान बनाया है. उनका नाम उन साहसिक लोगों में गिना जाता है, जिन्होंने कठिन और चुनौतीपूर्ण पर्वतारोही मार्गों को पार कर अपनी योग्यता साबित की है। उन्होनें कैडेट्स से कहा कि पर्वतारोहण केवल शारीरिक बल का खेल नहीं है, बल्कि यह मानसिक शक्ति, रणनीति और प्रकृति के साथ तालमेल का भी नाम है। दुनिया की सबसे ऊँची चोटियों पर चढ़ने और राष्ट्र की सेवा करने के उनके अनुभवों ने उनमें दृढ़ता और महत्वाकांक्षा की भावना का संचार किया जिसे उन्होंने कैडेट्स के साथ साँझा किया। उन्होनें कैडेट्स द्वारा पूछे गए सवालों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
