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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। गोमाबाई नेत्रालय, नीमच द्वारा फाउंडर जीडी अग्रवाल की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को "शिविर सेवा आयोजक सम्मान समारोह" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान और मध्य प्रदेश की कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में गोमाबाई नेत्रालय के
फाउंडर प्रदीप अग्रवाल, ट्रस्टी अनिल गोयल एवं अनिल एस गोयल, महेश गर्ग, नेत्रालय के सीईओ डी. सुब्रमण्यम ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में गोमाबाई नेत्रालय द्वारा क्षेत्रीय विजन सेंटर और नेत्र चिकित्सा सेवाओं के माध्यम से किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई। नेत्रालय के सचिव लोकेश जायसवाल ने बताया कि नेत्रालय ने राजस्थान के भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, धरियावद, छोटीसादड़ी और मध्य प्रदेश के नीमच एवं मंदसौर जिलों में अनेक विजन सेंटर स्थापित किए हैं। इन केंद्रों पर मरीजों की आंखों की जांच, चश्मों की उपलब्धता और मोतियाबिंद जैसी जटिल समस्याओं का समाधान किया जाता है।
शिविर आयोजन में महावीर इंटरनेशनल छोटीसादड़ी की सक्रिय भूमिका को देखते हुए उन्हें विशेष रूप से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वर्ष 2024 में आयोजित शिविरों में संस्था ने मरीजों को ओपीडी जांच और मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए गोमाबाई नेत्रालय तक पहुंचाने और वापस लाने की सुविधा प्रदान की।
कार्यक्रम में महावीर इंटरनेशनल शाखा छोटीसादड़ी के जॉन डायरेक्टर कांतिलाल दक, अध्यक्ष कैलाश गिरी गोस्वामी, सचिव लोकेश जायसवाल, और रोहित रेगर ने हिस्सा लिया। ट्रस्टी अनिल गोयल ने कहा, "गोमाबाई नेत्रालय की पहचान आज न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर बनी है, जिसका श्रेय समाजसेवियों के योगदान को जाता है।" कार्यक्रम में गोमाबाई नेत्रालय के सीईओ डी. सुब्रमण्यम ने नेत्र शिविरों की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर एक प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि नेत्रालय ने गत वर्ष चलित नेत्र जांच मोबाइल वैन की शुरुआत की, जिससे अंधता निवारण के प्रयासों को और गति मिली। सम्मान समारोह में करीब 30 सामाजिक संस्थाओं के 150 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने नेत्रालय के प्रयासों को सराहा और समाज सेवा में निरंतर योगदान देने का संकल्प लिया।