1176
views
views

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ जिले के छोटे से गांव रामाखेडा के किसान परिवार में जन्मे एवं महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, चित्तौड़गढ़ से कला संकाय में स्नातक एवं भूगोल विषय में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त करने वाले सोहनलाल अहीर को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर ने विद्या वास्पति की उपाधि प्रदान की है। सोहनलाल ने इस विश्वविद्यालय के पृथ्वी विज्ञान संकाय के भूगोल विभाग से "राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में दुग्ध उद्योग का विकास :एक भौगोलिक विश्लेषण" विषय पर राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर की भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष एवं आचार्य डॉ. संध्या पठानिया के निर्देशन में शोध कार्य पूर्ण किया। शोध में पाया गया कि अभी भी अधिकांश पशुपालक केवल कृषि चक्र को पूरा करने के लिए दुग्ध का व्यवसाय करते हैं कुछ पशुपालक इसे व्यावसायिक स्तर पर कर रहे हैं। अधिकांश पशुपालक अशिक्षित या बहुत ही काम साक्षर है, सरस डेयरी को और अधिक विस्तार करने की आवश्यकता है। शोध के दौरान प्रोफेसर पी आर व्यास का भी मार्गदर्शन रहा।