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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ परिसर में महाशिवरात्रि का दिन अत्यंत ही हर्षोल्लास का रहा, जब प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ महादेव मंदिर की विधिपूर्वक स्थापना की गई। इस अवसर पर परिसर को श्रद्धा और आस्था से भर दिया गया, जहां स्कूल का समस्त स्टाफ और छात्र मिलकर इस पवित्र अवसर का हिस्सा बने। इस अवसर पर सैनिक स्कूल के प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया ने इस मंदिर की स्थापना को स्कूल के छात्रों के लिए एक सकारात्मक दिशा में कदम बढ़ाने के रूप में माना। उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था और अनुशासन का पालन करते हुए, यह मंदिर विद्यार्थियों को नैतिक और मानसिक दृढ़ता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। इस मंदिर की स्थापना से विद्यालय परिवार में एक नया उल्लास और आस्था का संचार हुआ हैं।
उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव एवं प्रशासनिक अधिकारी मेजर सी श्रीकुमार ने कहा कि सैनिक स्कूल में महादेव मंदिर की स्थापना से परिसर में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है, और यह विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहायक साबित होगा। इस धार्मिक और आध्यात्मिक समारोह में विभिन्न पूजा अर्चना विधियों का पालन किया गया, जिनमें शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा भी शामिल थी। यह आयोजन परिसर में विद्यार्थियों और स्टाफ के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
स्कूल के जन संपर्क अधिकारी बाबूलाल शिवरान ने बताया कि महादेव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह बुधवार को विधि विधान से संपन्न हुआ। इससे पहले मंगलवार को कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा स्कूल के गेस्ट हाउस से शुरु हुई। कलश यात्रा में महिलायें सिर पर कलश लेकर मंगल गीत गाते हुए चल रही थी। कलश यात्रा प्राचार्य निवास से होते हुए उपप्राचार्य निवास, सांगा हाउस, अशोका हाउस, पिंक कॉलोनी, प्रताप हाउस, लव हाउस, अकादमिक भवन से होते हुए महादेव मंदिर पर संपन्न हुई। पंडित अशोक तिवारी द्वारा विधि विधान से सहस्त्रधारा अभिषेक, हवन एवं पूजन सम्पन्न करवाया गया। महाशिवरात्रि के दिन सुबह सवा 7 बजे विधि विधान से शिव परिवार की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। कार्यक्रम के दौरान महादेव के आशीर्वाद से सभी ने शांति, समृद्धि और सुख की कामना की। अब स्कूल परिसर में विद्यार्थी और शिक्षक समय-समय पर पूजा अर्चना कर सकेंगे और मानसिक शांति प्राप्त कर सकेंगे।