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सीधा सवाल। निम्बाहेडा। शुक्रवार शाम को निंबाहेड़ा उदयपुर स्टेट हाईवे पर धीनवा टोल नाके पर पैसों के विवाद को लेकर हुई तोड़फोड़ व हमले में पुलिस ने हमलावर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोंनो आरोपियों में से गिरफ्तार एक आरोपी दिनेश माली निंबाहेड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। आरोपियों को गिरफ्तार करने आई पुलिस को देखकर भागते समय एचएस दिनेश माली का गिरकर पैर फ्रैक्चर हुआ। घटना के शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि गत शुक्रवार को शाम के समय निंबाहेड़ा उदयपुर स्टेट हाईवे पर धीनवा टोल प्लाजा पर कुछ लोगों ने पैसों की विवाद को लेकर कर्मचारियों पर सरियों व लाठियों से हमला किया एवं केबिन व सर्वर रूम में तोड़फोड़ की। टोल कर्मी कमल सिंह की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर जांच की गई। एएसपी सरिता सिंह व डीएसपी निंबाहेड़ा बद्री लाल राव के मार्गदर्शन में थानाधिकारी कोतवाली निंबाहेड़ा राम सुमेर मीणा पुलिस निरीक्षक को जांच सौंपी गई। जिन्हें टोल टेक्स पर मारपीट व तोड फोड कर सरकारी सम्पति को नुकसान पहुचाने वाले बदमाशो तुरन्त गिरफतार करने निर्देश दिये गये।
अनुसंधान अधिकारी थानाधिकारी कोतवाली निम्बाहेडा रामसुमेर पु.नि. द्वारा कोतवाली निम्बाहेड़ा के सूरज कुमार सहायक उप निरीक्षक मय हैड कानि. हरविन्द्र सिंह, कानिटेबल रणजीत, जगदीश, हेमन्त, रामकेश, शिशपाल, ज्ञानप्रकाश, सुमित व साइबर सेल के कानि. रामावतार, रामनरेश, मनीष व राजेश की टीम गठित की गई। उक्त टीम द्वारा आसूचना संकलन की गई व मौतबिरान से लगातार सम्पर्क किया गया। आरोपी अपने आप को बचाने के लिये अपने सेलफोन बंद करके खेतो मे भाग जाने की सूचना टीम को प्राप्त हुई। पुलिस ने आस पास के खेतो मे जाकर आरोपियों की तलाश की तो आरोपी नया बाजार निम्बाहेड़ा निवासी 24 वर्षीय संजय माली उर्फ सन्जु बाबा पुत्र गोपाल माली व इंद्रा कॉलोनी निम्बाहेड़ा निवासी 30 वर्षीय दिनेश पुत्र कन्हैयालाल माली दोनो सेगवा मे खेतो मे छुपे हुये थे, जिनको पुलिस के आने की भनक लगी तो भागने लगे। टीम ने अथक प्रयास करके आरोपियों को पकडा, जिसमें एचएस दिनेश माली के भागते समय पैर में फ्रैक्चर आ गया। उक्त आरोपी दिनेश पुत्र कन्हैयालाल माली थाने का हिस्ट्रीशीटर होकर हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट, लुट, डकेती, फिरोती मांगने के जघन्य अपराधो मे दर्जन भर से अधिक प्रकरण दर्ज है। आरोपियों को गिरफतार कर न्यायालय मे पेश किया जहा से पुलिस अभिरक्षा रिमाण्ड प्राप्त कर अनुसंधान किया जा रहा है। मामले मे अन्य आरोपियों की गिरफतारी हेतु अलग-अलग टीमे गठीत कर रवाना कर दी गई है।