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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौड़गढ़ ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड सावा-शंभूपुरा में तैनात रहे तत्कालीन सहायक अभियंता महिपाल जाटव और उनकी पत्नी सीमा यादव को गिरफ्तार किया है। दोनों पर आय से 43 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का गंभीर आरोप है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह के नेतृत्व में दर्ज प्रकरण संख्या 444/2021 की जांच पूरी होने के बाद दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस पूरे मामले की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई थी जब परिवादी शफी मोहम्मद और शरीफ मोहम्मद, निवासी ग्राम गिलुण्ड, ने एसीबी कार्यालय में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान, 26 जून 2019 को महिपाल जाटव को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उनके आवास और बैंक लॉकर की तलाशी में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और संपत्ति के सबूत बरामद हुए। जांच में सामने आया कि महिपाल जाटव और उनकी पत्नी सीमा यादव, जो वर्तमान में भदेसर के बानसेन उच्च माध्यमिक विद्यालय में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं, ने 01 नवंबर 2016 से 26 जून 2019 के बीच अपनी ज्ञात आय से लगभग 68 प्रतिशत अधिक परिसंपत्तियाँ अर्जित की। इस मामले में दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (1)(ई) तथा 13 (2), एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।