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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के बेगूं उपखंड क्षेत्र में स्थित आंवलहेड़ा ग्राम पंचायत के मड़ावदा गांव में बीती रात को ग्रामीण दहशत में आ गए। साक्षात मौत उन्हें सड़क पर दिखाई दी। यहां एक मगरमच्छ कहीं से मुख्य सड़क पर आकर बैठ गया। इसे देख कर यहां से गुजर रहे ग्रामीण दहशत में आ गए थे। बाद में कुछ युवक भी पहुंचे, जिन्होंने वन विभाग को भी सूचना की। अपने स्तर पर ही मगरमच्छ को काबू पाया। बाद में इस मगरमच्छ को वन विभाग को सौंपने की तैयारी की
जानकारी के अनुसार बेगूं उपखंड क्षेत्र की आंवलहेड़ा ग्राम पंचायत में मडावदा गांव स्थित है। रात्रि में करीब 10 बजे कुछ ग्रामीण गांव की मुख्य सड़क पर बाइक लेकर जा रहे थे। लेकिन दूर से ही बाइक की रोशनी में मगरमच्छ को देख कर ठिठक गए। एक बार तो चिंता की लकीरें उबर गई कि कहीं मगरमच्छ हमला नहीं कर दे। वहीं थोड़ी देर में मौके पर कई राहगीर एवं ग्रामीण एकत्रित हो गए। मगरमच्छ ने ग्रामीणों को चिंतित कर दिया। सूचना मिलने पर ग्राम पंचायत प्रशासक प्रतिनिधि नीलेश चतुर्वेदी, पूर्व छात्र अध्यक्ष रोहित धाकड़ टीम जीवनदाता चित्तौड़गढ़ के संस्थापक धीरज धाकड़, शिवलाल धाकड़, लालचंद धाकड़, जयराज धाकड़, सूरज, बाबू, दिनेश, रमेश सहित कई युवक मौके पर एकत्रित हो गए। पहले तो एक दूसरे को फोन कर के यातायात को रुकवाया। वैसे ही रात का समय होने के कारण लोगों की आवाजाही कम थी। बाद में रस्सा डाल कर मगरमच्छ को काबू कर एक दीवार की तरफ ले गए। बाद में वन विभाग को सूचना दी गई। इस संबंध में टीम जीवनदाता के धीरज धाकड़ ने बताया कि आस-पास कोई नदी, नाला या तालाब नहीं है। मगरमच्छ कहां से आया उसका पता नहीं चल पाया। मगरमच्छ को देख कर ग्रामीण दहशत में आ गए। इस संबंध में वन विभाग को सूचना दी है। गनीमत रही कि मगरमच्छ ने किसी पर हमला नहीं किया।