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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। ओम तत्सत पारमार्थिक संस्था के तत्वावधान में आज से आरंभ हुए दस दिवसीय “सनातन संस्कार शिविर” के प्रथम दिन का वातावरण पूरी तरह वैदिक ऊर्जा से ओत-प्रोत रहा। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, रेलवे फाटक के पास, चित्तौड़गढ़ में आयोजित इस शिविर के प्रथम सत्र को ज्योतिषाचार्य पं• विकास उपाध्याय ने संस्था के परिचय के साथ प्रारंभ किया एवं संचालन शिवशंकर व्यास एवं डॉ. योगेश व्यास ने किया।
आशुतोष त्रिपाठी और डॉ सुभाष शर्मा ने बताया कि शिविर में मुंगाना धाम से पधारे संत अनुजदास जी महाराज का भव्य स्वागत सत्कार किया गया। इस अवसर पर मधुसूदन पचारिया, अमरकंठ उपाध्याय,ओम प्रकाश उपाध्याय, पंडित मदन मोहन उपाध्याय, पंडित दिनेश तिवारी, प्रशांत शर्मा, बद्रीलाल शर्मा, जगदीश शर्मा, बसंतीलाल चाष्टा, शशिकांत चतुर्वेदी, जगदीश शर्मा, शंभूलाल व्यास नंदकिशोर जोशी, अशोक उपाध्याय, किशन ओझा सहित वरिष्ठ जनों ने सत्कार किया।
अनुजदास जी महाराज ने संबोधन करते हुए कहा
"यह संस्कार शिविर चित्तौड़गढ़ की वीरभूमि में आयोजित हो रहा है, और यह सनातन की परंपराओं को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह शिविर आने वाली पीढ़ी को सनातन संस्कारों के प्रति जागृत बनाएगा और धर्म, संस्कृति एवं शिष्टाचार की नींव को मजबूत करेगा।" सत्र की शुरुआत ज्योतिषाचार्य पं. विकास उपाध्याय के सानिध्य में मंत्र जाप और प्रार्थना के साथ हुई।
प्रमुख प्रशिक्षकों में डॉ. श्यामसुंदर पारीक, आचार्य रजनीश दाधीच, आचार्य कौशल शर्मा, पं. रतनलाल पारलिया, पं. दीपक शर्मा, पं. पीयूष शर्मा, पं. कृष्ण गोपाल, वैदिक गणित विशेषज्ञ रवि अग्रवाल, एवं योग गुरु सुरेश शर्मा शामिल हैं।
प्रथम दिन लगभग 200 बालक-बालिकाओं एवं प्रबुद्ध जनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन में समाजसेवियों की सक्रिय भागीदारी रही।
पंजीकरण करवाने वाले सभी बालक-बालिकाओं एवं समस्त प्रबुद्ध जनों को संस्था द्वारा आसन, रुद्राक्ष माला, पंचपात्र, कॉपी, पेन, प्रार्थना एवं मंत्र पुस्तक जैसी सामग्री प्रदान की गई।
साथ ही, प्रतिदिन अल्पाहार की व्यवस्था समाज से जुड़े सेवाभावी लोगों द्वारा की जाएगी।