views

सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और छोटीसादड़ी पुलिस थानाधिकारी प्रवीण टांक की टीम ने अवैध हथियार तस्करी के जाल पर जोरदार प्रहार करते हुए अंतरराज्यीय गिरोह के तीन खतरनाक सप्लायरों को यूपी और एमपी के अलग-अलग जिलों से दबोच लिया। ये वही गिरोह है जो हाल ही में पकड़े गए कुख्यात बदमाश सलमान को देशी और विदेशी हथियारों की खेप पहुंचा रहा था। पुलिस महानिदेशक के आदेश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन के तहत प्रतापगढ़ एसपी विनीत कुमार बंसल के निर्देशन में टीम ने उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से इन आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामलें में कुख्यात आरोपी जितेन्द्र उर्फ जितु बिलोनी शामिल है, जो हाल ही में हत्या के केस में जेल से बाहर आया और दिल्ली में भी हथियारों के साथ पकड़ा जा चुका है। बाकी दो आरोपी कुंवरपाल उर्फ किशनपाल निवासी एटा और धीरेन्द्र सिंह निवासी फिरोजाबाद, सलमान और राकेश तक हथियारों की सप्लाई में शामिल थे। पुलिस को इस कार्रवाई से हथियारों के देशव्यापी नेटवर्क को तोड़ने में सफलता मिली है। पुलिस मामलें में आगे जांच कर रही है।
पुलिस टीम की सक्रियता से टला बड़ा हादसा
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि ये आरोपी हथियारों की एक बड़ी खेप राकेश और सलमान के जरिए अन्य अपराधियों तक पहुंचाने वाले थे। समय रहते पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूरे नेटवर्क को धराशायी कर दिया।
इस सफल ऑपरेशन के लिए एसपी विनीत बंसल और थानाधिकारी प्रवीण टांक के नेतृत्व वाली टीम की प्रशंसा की जा रही है।
पुलिस की ऐसे शुरू हुई कार्रवाई, पकड़े गए आरोपी राकेश से खुला राज
सीआई प्रवीण टांक ने बताया कि दरअसल 28 जून को छोटीसादड़ी थाना पुलिस ने एक आरोपी राकेश राठौड़ को देशी पिस्टल और दो खाली मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ में राकेश ने सलमान का नाम उगला। सलमान की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और जिंदा कारतूस जब्त किए गए थे। उसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए अब पुलिस ने इन तीनों सप्लायर्स को भी पकड़ लिया। पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि इस गिरोह का नेटवर्क कहां-कहां फैला है, हथियारों की अंतिम डिलीवरी किसे होनी थी और इसके पीछे कौन-कौन शामिल है। प्रकरण में पूछताछ और अनुसंधान जारी है।
पुलिस टीम ने दिखाया बेहतरीन समन्वय
कार्यवाही में थानाधिकारी प्रवीण टांक, एसआई निर्भय सिंह, एएसआई शिवराम गुर्जर, एएसआईअर्जुन सिंह, सहायक उपनिरीक्षक भंवर सिंह, हेड कांस्टेबल महेश कुमार, हेड कांस्टेबल सुरेश चंद जाट, कांस्टेबल रामराज गुर्जर और एजीटीएफ टीम जयपुर के पुलिस निरीक्षक
सुभाष सिंह, कमल सिंह, नरेश, सुरेश कुमार, सुरेश टीम में शामिल थे।