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सीधा सवाल। निम्बाहेड़ा। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, गुरुवार देर शाम अपने परिवार सहित निंबाहेड़ा के समीप स्थित श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय पहुंचे।
बांसवाड़ा से सड़क मार्ग द्वारा श्री सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन के लिए जाते समय, उन्होंने मार्ग में स्थित इस वैदिक शिक्षा केंद्र का अवलोकन किया और परिसर में परिवार सहित कुछ समय व्यतीत किया।
यहां पहुंचने पर विधायक श्रीचंद कृपलानी के नेतृत्व में विश्वविद्यालय परिसर में उपमुख्यमंत्री डॉ. बैरवा का जोरदार स्वागत अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच परिवार सहित लोकदेवता श्री कल्लाजी राठौड़ की विधिवत पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद प्राप्त किया।
डॉ. बैरवा ने विश्वविद्यालय परिसर में संचालित शैक्षणिक पाठ्यक्रमों, शोध एवं वैदिक अध्ययन संबंधी गतिविधियों का अवलोकन किया और कहा कि श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय भारतीय संस्कृति की धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रशंसनीय कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर गुरुपूर्णिमा के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा,
"राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में 'गुरु वंदन कार्यक्रमों' का आयोजन कर एक सशक्त सांस्कृतिक संदेश देने का कार्य किया गया है। यह पहल सनातन परंपरा को जीवंत बनाए रखने, गुरु-शिष्य की पवित्र भावना को पुनर्स्थापित करने तथा नई पीढ़ी में भारतीय मूल्यों की प्रतिष्ठा हेतु अत्यंत आवश्यक है।"
उन्होंने कहा कि गुरु वंदन केवल रस्म नहीं, यह आत्मिक ऋण की पूर्ति और जीवन पथ के प्रकाश की स्वीकृति है।
डिप्टी सीएम डॉ. बैरवा ने यह भी कहा कि गुरुपूर्णिमा जैसे पर्वों पर वैदिक संस्थानों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि ये केंद्र न केवल शैक्षणिक हैं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना के संवाहक भी हैं।
इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ विधायक श्रीचंद कृपलानी, जिला प्रमुख श्री गब्बर सिंह, जिला परिवहन अधिकारी नेमीचंद पारीक सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, वेदपीठ के आचार्यगण एवं श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के पश्चात उपमुख्यमंत्री डॉ. बैरवा श्री सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन हेतु रवाना हुए।