views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के मुख्यालय के पास 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर पर
सगंम विकास एंव गो सेवा समित भोई खैडा समस्त ग्राम वासियो एवं शिव भक्तो के सहयोग से हर वर्ष की भाती इस वर्ष मे श्रावण मास के प्रथम सोमवार को संगम महादेव मंदिर भोई पर अभिषेक हवन पूजा पाठ का आयोजन किया गया। सुख समृद्धि अच्छी बरसात की कामना की गई रातभर भक्तो ने सत्संग का आयोजन किया गया। संगम महादेव मंदिर पर शहर ओर बहार से हजोरो की संख्या मे प्रतिदिन सगंम महादेव
शिव भक्तो के साथ अभिषेक हवन पूजन का पाठ करवा रहे। प्रसादी का आयोजन किया जा रहा है।
शहर की गम्भीरी एवं बेडच नदी के बीच पर होने से यह प्रतिदिन हजारो की संख्या मे भक्त दोनो नदियो का मनमोहक दृश्य का लाभ ले रहे सगंम महादेव मंदिर लगभग 13 सो इसवी मे राजावो महाराजावो के समय का बनवाया गया। कहा जाता है यह किले पर जब मंदिर तोडे गये उसी समय सगंम महादेव मंदिर को भी सतिग्रस्त करने का प्रयास किया उसमे विधर्मी नाकाम रहे। यह स्थल देश मे इलाहाबाद के बाद उत्तर दिशा की ओर सीधा प्रवाहित होने देश का दूसरा सगंम है। यहा विभिन्न प्रकार की दोषो के निवारण के लिए पूजा पाठ किये जाते है। यहा सेकडो की संख्या मे प्रतिदिन अस्थिया विसर्जन करने लोग आते है। यहा यह महादेव का मंदिर इतना चमत्कारी है जो कोई भी भक्त सच मन से जो मागता है वो उसे मिलता यहा सोमवार मे जो भी काम अपन ने धारा है, वो भगवान के यहा पाती रखते है महादेव अगर पाती देते है वो सो प्रतिदिन काम भक्त के पार लगते कहा जाता है। पुर्व प्रधानमंत्री इंद्रा गांधी की अस्थियो का विसर्जन भी यही गया था। यहा 30 वर्ष बाद शिव रात्री के मेले के आयोजन के बाद प्रतिदिन भक्तो की संख्या इस मंदिर पर लगातार बढती जा रही है।