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सीधा सवाल। कनेरा। मध्यप्रदेश- राजस्थान की अरावली पर्वतमाला में स्थित शुकदेव मुनि की तपोभूमि एवं धार्मिक पर्यटन स्थल श्री सुखानंद धाम महादेव पर सावन माह के एक दिन पहले गुरु पूर्णिमा से ही श्रद्धालुओं का सैलाब बढ़ा तथा मेला लगने लगा। इसके बाद श्रावण मास में श्रद्धालु पर्यटकों की भीड़ से चहल-पहल लगातार बनी हुई है । शनिवार, रविवार, सोमवार तीन दिनों में भव्य मेले के रूप में भीड़ की संख्या अधिक बढ़ जाती है। रविवार को जावद अठाना दरवाजा स्थित बड़े गणेश जी मंदिर पर पुजा अर्चना मंगल गीतों के साथ विधि विधान पूर्वक 251 कलश यात्रा के कावड़ यात्रियों के कलशों में पवित्र जल भर कर हर उम्र के महिलाओं पुरुषों छोटे-छोटे बच्चों ने कंधों पर कावड़ धर कर 12 किलोमीटर दूर अरावली पहाड़ियों में स्थित प्राचीन धार्मिक पर्यटन स्थल सुखानंद धाम पहुंच कर मुख्य मंदिर में भगवान भोलेनाथ को जलभिषेक किया गया । इस दौरान क्षेत्र के विधायक ओम प्रकाश सखलेचा सहित अनेक शासकीय विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों भाजपा कार्यकर्ताओं पदाधिकारी विभिन्न भक्त मंडल प्रभात फेरी मंडल महिला मंडलों सहित अन्य नागरिक महिलाओं द्वारा भोलेनाथ को जल अभिषेक करते हुए क्षेत्र की खुशहाली व अच्छी बरसात की मंगलमय कामनाएं की गई ।कावड़ यात्रा का रास्ते में जगह-जगह जलपान की व्यवस्था समाजसेवी संगठनों द्वारा की गई थी । डीजे की धुन पर नृत्य गाते बजाते भजनों की धुन में झूमते भोलेनाथ के जयकारों मंगल गीत गाते महिलाएं कावड़ लेकर हर्षोल्लास के साथ सुखानंद धाम पहुंचे । ओसरा पुजारी दशरथ संजय बनवारीलाल पाराशर द्वारा विशेष मंत्र उच्चारणों के साथ जलाभिषेक कराया गया । कल शासकीय अवकाश रविवार होने से बड़ी संख्या में मंदसौर नीमच, चित्तौड़, भीलवाड़ा, कोटा, बूंदी सहित अन्य जिलों से हजारों की संख्या में सैलानी साधु संत महात्मा शिव उपासक बड़ी संख्या में पहुंचकर भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर जल अभिषेक किया 71 फीट की ऊंचाई से गिरने वाले जल प्रताप झरने में स्नान कर पूजा अर्चना जल अभिषेक किया गया । प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी ठीक-ठीक रही एसडीम प्रीति साघंवी नाहर तहसीलदार नवीन गर्ग थाना प्रभारी जितेंद्र वर्मा मंदिर प्रबंधक बंसीलाल नागदा सहित अनेक अधिकारी कर्मचारी कोटवार सभी व्यवस्था में लग रहे । उधर मंदिर समिति या प्रशासन पंचायत की ओर से नियुक्त कोटवारों को चाय नाश्ता तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। जो यात्री बसें नीमच जावद से सुखानंद तक चल रही थी उसमें से महाशक्ति ट्रैवल्स कल रविवार को सुखानंद नहीं पहुंची जो यात्री बस में बैठे हुए थे उन्हें अठाना में उतारा गया। यात्रीयो द्वारा अलग से टेंपो लेकर सुखानंद पहुंचे । पार्किंग स्थल पर अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है । इससे आगे परेशानी हो सकती । स्टाप डेम के ऊपर अमेरिकन भुट्टे बेचने हेतु भुट्टे सेंकने हेतु एक युवक ने वहां धुआ कर डाला तो उक्त धूंआ देखकर प्रबंधक बंशीलाल नागदा एक कोटवार को लेकर तुरंत भुट्टे सेक रहे युवक को वहां से खदेड़ा क्यों कि धुएं से पहाड़ पर स्थित मधुमक्खियों द्वारा यात्रियों पर हमला होता तो भगदड़ से हादसे हो जाते इसलिए कि मंदिर में बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद थी और ऐसे में अगर मधुमक्खी नागरिकों पर हमला करती तो बहुत बड़ी अनहोनी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता । प्रशासनिक अधिकारियों को थोड़ी वहां की व्यवस्था पर ओर ध्यान देना चाहिए जो व्यवस्थाएं पर्याप्त होना चाहिए वह अपर्याप्त देखी जा रही है । मंदिर के मुख्य गेट के अलावा अतिरिक्त गेट जो है वह नहीं खोला गया । गर्भ ग्रह में बड़ी भीड़ थी महिला पुलिस की उपस्थिति भी नहीं देखी गई । जिस मंदिर पर लगातार यहां भीड़ बढ़ती जा रही है । जब तक यहां झरना चलेगा तब तक यहां पर भीड़ बड़ी संख्या में पहुंचेगी। आगामी हरियाली अमावस्या को ध्यान में रखते हुए संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को दोबारा बैठक लेकर संबंधित फील्ड में कार्यरत अधिकारियों कर्मचारियों को सुरक्षा हेतु और टिप्स देना चाहिए । मौसम खुला रहता है तो अमावस्या पर पचास साठ हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इन दिनों मेले में स्वच्छता का भी अभाव है । आज सावन का दूसरा सोमवार होने से भारी मात्रा में पर्यटक तीर्थ यात्री सुखानंद धाम पहुंचेंगे । उनकी सुरक्षा व्यवस्था आवागमन की व्यवस्था पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देना चाहिए।

