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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। भारतीय संस्कृति में गुरु शिष्य की परम्परा का अपना एक विशिष्ट सम्बन्ध रहा है। जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय में इसकी एक झलक स्नातक उपाधि सम्मान कार्यक्रम में दिखलाई दी। प्राचार्य और कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ गौतम कुमार कूकड़ा ने बताया कि भारतीय ज्ञान परम्परा केन्द्र, राष्ट्रीय सेवा योजना, संस्कृत विभाग और अकादमिक शाखा के संयुक्त तत्वावधान में सत्र 2024-25 में स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षा में उत्तीर्ण सभी छात्राओं का स्नातक सम्मान कार्यक्रम किया गया। कन्या महाविद्यालय में वाणिज्य और विज्ञान संकाय का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता क्षेत्र सेवा प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्री शिवलहरी ने छात्राओं को स्नातक उपाधि प्राप्त करने के बाद राष्ट्र निर्माण में सामाजिक भागीदारी का मार्गदर्शन देते हुए कहा कि अब आप शिक्षित और अनुशासित होकर समाज के उत्थान हेतु कार्य करें। राजकीय पोलोटेक्निक महाविद्यालय के डॉ रोहित सेन ने उपनिषदों का उदाहरण देकर स्नातक के कर्तव्यों का उपदेश किया। कार्यक्रम का संचालन भारतीय ज्ञान परम्परा केन्द्र के नोडल अधिकारी डॉ श्याम सुन्दर पारीक ने किया। भूतपूर्व प्राचार्य डॉ एल एल शर्मा जी के सहयोग से कला, वाणिज्य और विज्ञान की मेरिट में आने वाली प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रतिभावान छात्राओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में डॉ सीएल महावर, डॉ लोकेश जसोरिया, रेखा मेहता ,डॉ ज्योति कुमारी, डॉ अंजु चौहान, रिंकी गुप्ता, जयश्री कुदाल, शंकर बाई मीणा, डॉ प्रीतेश राणा ,डॉ गोपाल लाल जाट, कौशल शांतिलाल मेघवाल आकाश अमित गोपाल आदि उपस्थित रहे।
पौधारोपण के तृतीय चरण के साथ हुआ कार्यक्रम का समापन
राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ जसप्रीत कौर ने बताया कि प्राचार्य डॉ गौतम कुमार कूकड़ा, शिव लहरी और संकाय सदस्यों ने छात्राओं के साथ मिलकर एक पौधा मां के नाम अभियान के तीसरे चरण के अन्तर्गत पौधारोपण किया। कन्या महाविद्यालय में सघन हरियाली देखकर अतिथियों ने शुद्ध वातावरण को शिक्षा में सहयोगी बताया।
