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सीधा सवाल। भूपालसागर। राजस्थान के प्रमुख लोक देवताओं में से बाबा रामदेव जी की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कराने की मांग को लेकर एडवोकेट कैलाश चंद्र सेरसिया , राशमी ने सीएम भजन लाल शर्मा सहित प्रदेश के आला राजनेताओं को पत्र लिखे , सेरसिया ने अपने पत्र में बताया कि बाबा रामदेव जी जयंती राजस्थान के प्रमुख हिंदू लोक देवताओं में से रामदेव जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। चौदहवीं शताब्दी के शासक बाबा रामदेव जी के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपना जीवन गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया था। ऐसा भी माना जाता है कि उनके पास चमत्कारी शक्तियाँ थीं। लोक देवता राजस्थान के संस्कृति व सनातन धर्म के पूर्व यौद्धा एवं प्रमुख देवता रहे हैं । जन-जन के आराध्य कलयुग के अवतार गरीबों एवं दलितों के भगवान श्री बाबा रामदेव जी महाराज का अवतार भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की दूज को कुमकुम के पगल्या के साथ नया चंद्रोदय होते ही होना माना जाता है एवं भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष दशमी को समाधि दिवस माना जाता है। बाबा रामदेव जी महाराज जी के जन्मदिन अवतार की खुशी में भाद्रपद सुदी एकम रात्रि को जागरण, सत्संग ,भजन ,कीर्तन तथा भाद्रपद सुदी बीज ( दूज ) को प्रत्येक भक्त उपवास रखकर प्रभात फेरिया, निशान (ध्वजा), जुलूस , राम रेवड़ियो का आयोजन राजस्थान में ही नहीं अपितु पूरे भारत देश के अधिकांश प्रदेशों में प्रत्येक गांव गली मोहल्ला में किया जाता है। इसी दिन भादवी बीज को रामदेव जी के भक्तों का रामदेवरा (जैसलमेर) में वृहद मेला भरता है जहां राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों से भक्तगण अपनी मनोकामनाएं लेकर बाबा रामदेव जी के दर्शन के लिए आते हैं । भादवी सुदी के दिन तेजा दशमी होकर सार्वजनिक अवकाश घोषित है , भाद्रपद सुदी बीज का अवकाश नहीं होने के कारण अधिकांश भक्तगण उपवास जुलूस में सम्मिलित नहीं हो पाते हैं तथा गली मोहल्ले में अत्यधिक भीड़ होने से कार्यालय में आना-जाना भी मुश्किल रहता है। सेरसिया ने मुख्यमंत्री से भाद्रपद सुदी बीज को बाबा रामदेव अवतार दिवस 25 अगस्त 2025 सोमवार का सार्वजनिक अवकाश घोषित करवाने की मांग की है ।
