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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गंगरार तहसील स्थित मेवाड़ विश्वविद्यालय में शिक्षा के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े, फर्जी डिप्लोमा डिग्री वितरण, अनुपस्थिति के बावजूद धन लेकर पास कराने और बिना मान्यता के पाठ्यक्रम संचालन जैसे मामलों के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान एबीवीपी की जिला इकाई ने जिला कलेक्टर को राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की। जिला संयोजक अदिति कंवर भाटी ने बताया कि मेवाड़ विश्वविद्यालय लंबे समय से शिक्षा के व्यापार का केंद्र बन गया है, जहां छात्रों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। हाल ही में राज्य के कृषि मंत्री द्वारा की गई छापेमारी में फर्जी डिग्री वितरण की पुष्टि होने से मामले की गंभीरता और भी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन बाहरी व स्थानीय दलालों की मदद से बिना उपस्थिति व परीक्षा के धन लेकर डिग्रियां जारी कर रहा है, जो शिक्षा जगत के लिए एक शर्मनाक स्थिति है।
नगर मंत्री अर्पित वैष्णव ने चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करती है, तो एबीवीपी राज्य स्तर पर बड़ा आंदोलन प्रारंभ करेगी।
ज्ञापन देने के दौरान प्रांत इंडिजिनियस संयोजक हर्ष अग्रवाल, नगर सहमंत्री अंजली सोनी, जिला समिति सदस्य गोपाल धाकड़, इकाई अध्यक्ष सावन पटवा, सचिव धर्मेंद्र सुखवाल समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस मौके पर अंकिता व्यास, शिवाय गुर्जर, हंसराज खटीक, आदित्य मेनारिया, निकिता भाटी, भावना सरगरा, प्राची सनाढ्य, और अन्य कई युवा कार्यकर्ता भी शामिल हुए, जिन्होंने एकजुट होकर फर्जी शिक्षा व्यवस्था के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की।विद्यार्थी परिषद ने मांग की कि शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे इस प्रकार के घोटालों पर तुरंत लगाम लगे और दोषियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
