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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। आयुक्तालय काॅलेज शिक्षा विभाग राजस्थान के आदेशानुसार राजकीय कन्या महाविद्यालय चित्तौड़गढ़ में संस्कृत विभाग और भारतीय ज्ञान परम्परा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में संस्कृत सप्ताह मनाया गया। प्राचार्य डॉ गौतम कुमार कूकड़ा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सन् 1969 में श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को संस्कृत दिवस मनाने की और सन् 2000 में संस्कृत सप्ताह मनाने की घोषणा की गयी थी। आयुक्तालय द्वारा इस घोषणा को मध्येनजर रखते काॅलेज शिक्षा में भी संस्कृत सप्ताह और संस्कृत दिवस मनाने का प्रावधान किया गया है। भारतीय ज्ञान परम्परा केन्द्र के नोडल अधिकारी एवं संस्कृत विषय के सहायक आचार्य डॉ श्याम सुन्दर पारीक ने बताया कि इस बार संस्कृत सप्ताह 6 अगस्त से 12 अगस्त तक मनाया जा रहा है। इस बार श्रावण शुक्ल पूर्णिमा 9 अगस्त की है और इसी दिन संस्कृत दिवस का भी आयोजन किया जायेगा। संस्कृत सप्ताह की श्रृंखला में शुक्रवार को संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत भाषा के महत्त्व को लेकर प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया जिसमें डॉ श्याम सुन्दर पारीक ने छात्राओं की संस्कृत विषय और इसमें केरियर को लेकर सभी शंकाओं का समाधान किया गया। पारीक ने सरकारी और निजी क्षेत्रों में संस्कृत विषय के विद्यार्थियों हेतु रोजगार के अवसर जैसे शिक्षक, प्रोफेसर, प्रशासनिक अधिकारी, भाषा अनुवादक, पाण्डुलिपि सम्पादक, टाइपिस्ट, लेखक, पुरातत्वविद्, भारतीय सेना में धर्मगुरु, समाचार संवाददाता, समाचार प्रवाचक, योग शिक्षक, पुरोहित, वास्तु विशेषज्ञ, ज्योतिषाचार्य, कथावाचक, मोटिवेशनल स्पीकर, पत्रकारिता, पत्रिका सम्पादक, आयुर्वेद चिकित्सक, वैद्य आदि की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के अन्त में संस्कृत श्लोकगायन प्रतियोगिता, संभाषण प्रतियोगिता, गीत प्रतियोगिता आदि प्रतियोगिताओं हेतु छात्राओं का रजिस्ट्रेशन भी किया गया। यह प्रतियोगिताएं सोमवार और मंगलवार को आयोजित की जायेगी। संस्कृत सप्ताह का समापन मंगलवार को किया जायेगा।