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निरीक्षण के दौरान कारागृह में 85 बंदी निरुद्ध पाए गए

सीधा सवाल
पाली। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार राजेंद्र कुमार, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), पाली ने जिला कारागृह, पाली का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कारागृह में 85 बंदी निरुद्ध पाए गए।
न्यायाधीश राजेंद्र कुमार ने सभी बंदियों से व्यक्तिगत रूप से संवाद कर भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने कारापाल को निर्देश दिए कि यदि कोई बंदी आर्थिक या अन्य कारणों से अधिवक्ता नियुक्त करने में असमर्थ हो, तो उनका विधिक सहायता आवेदन पत्र शीघ्र प्राधिकरण को भेजा जाए, ताकि कोई भी बंदी बिना अधिवक्ता के निरुद्ध न रहे।
जेल विजिटिंग अधिवक्ताओं को निर्देश दिए गए कि वे सभी बंदियों से व्यक्तिगत संवाद करें और जिन बंदियों के पास अधिवक्ता नहीं हैं, उनके लिए विधिक सहायता आवेदन पत्र भरवाकर प्राधिकरण को प्रेषित करें। साथ ही, बंदियों को उनके प्रकरणों की अद्यतन स्थिति से अवगत रखें। कारापाल ने बताया कि डिस्पेंसरी में नियुक्त चिकित्सक ओपीडी समय में बंदियों की जांच और दवा वितरण करते हैं। आपात स्थिति में दूरभाष पर संपर्क करने पर कारागृह में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी निकिता जैन, अक्षीता जैन और रेखा चौधरी भी उपस्थित थीं। कारापाल जोराराम ने उन्हें कारागृह की कार्यप्रणाली, बंदियों की आवक, न्यायालयों में पेशी, एसटीडी बूथ, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान जेल विजिटिंग अधिवक्ता, अधिकार मित्र और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
