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कृषि भूमि पर जबरन बेदखली और धमकियों का गंभीर आरोप

सीधा सवाल
पाली जिले के बीजापुर निवासी जीवीदेवी पत्नी सकाराम मीणा ने अपनी खरीदी हुई खातेदारी लगाया है। उन्होंने जिला कलेक्टर को सौंपे अपने आवेदन में बताया कि उनकी ग्राम गुड़ा गुमानसिंह (तहसील बाली) में स्थित खातेदारी भूमि (खसरा नंबर 266, 353, 357, कुल रकबा 0.9400 हेक्टेयर) पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। जीवीदेवी के अनुसार, उनकी रजिस्टर्ड दस्तावेजों के आधार पर स्वीकृत खातेदारी भूमि पर 22 जून 2025 को जब वे अपने पति सकाराम और उत्तमसिंह के साथ खेत की सफाई करने गए, तो गुड़ा गुमानसिंह निवासी हरदयालसिंह पुत्र जबरसिंह राजपूत ने फोन पर धमकी दी कि उन्हें खेत में काश्त और फसल बोने नहीं दिया जाएगा। इसके बाद हरदयालसिंह ने देवाराम पुत्र तेजाराम भील, उसकी पत्नी, और धर्माराम, मोहन, मोहनलाल पुत्र नवाजी भील को भेजकर खेत में सफाई कार्य रुकवाने की कोशिश की। जीवीदेवी और उनके पति ने फिर भी खेत की सफाई की और अपने गांव बीजापुर लौट आए।। अगले दिन 23 जून 2025 को हरदयालसिंह और कुलदीपसिंह पुत्र तनसिंह राणावत ने बीजापुर निवासी भीमसिंह पुत्र दलपतसिंह को फोन पर धमकी दी, क्योंकि उन्होंने जीवीदेवी की रजिस्ट्री में गवाही दी थी। जीवीदेवी ने कॉल डिटेल्स उपलब्ध होने का दावा किया है। आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया कि हरदयालसिंह, जो राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दानवरली में शारीरिक शिक्षक हैं, कथित तौर पर स्कूल से अक्सर अनुपस्थित रहते हैं और गांव में अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़े वर्ग के लोगों को धमकाकर उनकी जमीनों पर कब्जा करने की कोशिश करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हरदयालसिंह के डर से कोई उनके खिलाफ गवाही देने को तैयार नहीं होता। जीवीदेवी ने जिला प्रशासन से हरदयालसिंह, देवाराम व अन्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि क्षेत्र में भय का माहौल खत्म हो और उन्हें अपनी जमीन पर कब्जा व काश्त करने का अधिकार मिल सके।