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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। झालावाड़ जिले में हाल ही में एक जर्जर विद्यालय भवन गिरने से हुई दुर्घटना के मद्देनजर, जिला कलक्टर आलोक रंजन द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना में उपखण्ड अधिकारी बीनू देवल द्वारा चित्तौड़गढ़ उपखण्ड क्षेत्र के विभिन्न राजकीय भवनों का भौतिक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान चित्तौड़ी, भाटियों का खेड़ा, गिलुण्ड, खरड़ी बावड़ी सहित अन्य ग्रामों के विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं भवनों की स्थिति का जायजा लिया गया। निरीक्षण में कई भवनों की स्थिति अत्यंत जर्जर एवं असुरक्षित पाई गई, जिसके चलते निर्देश जारी किए गए।
खरड़ी बावड़ी आंगनबाड़ी केन्द्र की छत और फर्श खराब स्थिति में पाए जाने पर भवन को तत्काल बंद कर बच्चों की उपस्थिति पर रोक लगाई गई। साथ ही भवन के ऊपर रखी निजी जल टंकी को हटाने तथा झाड़ियों की सफाई के निर्देश ग्राम विकास अधिकारी को दिए गए।
विद्यालय भवनों में क्षतिग्रस्त कमरों को बांस व रस्सी की सहायता से बंद करने तथा वैकल्पिक कक्षा संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संस्था प्रधानों को दिए गए।
भाटियों का खेड़ा में स्थित आंगनबाड़ी की स्थिति अत्यंत जर्जर होने पर उसे तत्काल बंद करने एवं परिसर से मलबा हटाने हेतु जेसीबी से सफाई के निर्देश दिए गए।
गिलुण्ड के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में मिड डे मील भवन में दरारें, विद्यालय मार्ग की खराब स्थिति, पुराने-नए भवनों के जॉइंट से जल रिसाव एवं डीएमएफटी फंड से स्वीकृत अधूरे कमरों की शीघ्र पूर्णता हेतु निर्देशित किया गया। विद्यालय की दीवार तोड़कर सामग्री लाने से पशुओं की आवाजाही रोकने हेतु पुनर्निर्माण के निर्देश भी जारी किए गए।
इसके अतिरिक्त समस्त ग्राम पंचायतों एवं शहरी वार्डों में स्थित राजकीय भवनों का ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही, सभी सहायक अभियंताओं को निर्देशित किया गया है कि वे जर्जर भवनों का तखमीना तैयार कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
