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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। समाजसेवी संस्था अरूणोदय सर्वेश्वरी लोक कल्याण समिति द्वारा नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से एवं राजीविका के सहयोग से कपासन में स्व सहायता समूहों की बैंक सखी एवं बुक कीपर महिलाओं हेतु 15 दिवसीय कंप्यूटर साक्षरता प्रशिक्षण कार्यक्रम 'डिजी सखी' का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का समापन नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक महेन्द्र डुडी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर राजीविका कपासन ब्लॉक के प्रबंधक बाबुलाल कुमावत, केन्द्रीय सहकारी बैंक चित्तौड़गढ़ के शाखा प्रबंधक गुलाब पुरबिया, संस्था से प्रवीण शर्मा, दीपक मीणा, आई.एच. मन्सुरी, एस.एस. भदौरिया सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के पूजन एवं अतिथियों के स्वागत से हुआ, जिसका संचालन संस्था के आई.एच. मन्सुरी एवं एस.एस. भदौरिया द्वारा किया गया। सहायक ट्रेनर श्रीमती अनुराधा शर्मा ने 15 दिवसीय प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी।
अपने संबोधन में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक महेन्द्र डुडी ने कहा कि इस प्रशिक्षण से स्व सहायता समूहों की महिलाएं डिजिटल रूप से सशक्त होंगी। अब वे अपने समूहों का लेखा-जोखा एक्सेल के माध्यम से संजोने में सक्षम होंगी तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में रोजगार भी प्राप्त कर सकती हैं।
उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एप की जानकारी भी दी, जिससे प्रोडक्ट लिस्टिंग, विज्ञापन निर्माण एवं अन्य जिज्ञासाओं का समाधान सरलता से किया जा सकता है। इस तकनीक को प्रशिक्षणार्थियों ने उत्साहपूर्वक सराहा।
केन्द्रीय सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक गुलाब पुरबिया ने बैंकिंग सेवाओं एवं ऋण सुविधा की जानकारी देते हुए बताया कि महिलाएं किस प्रकार स्वरोजगार के लिए बैंकिंग सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
राजीविका के ब्लॉक प्रबंधक बाबुलाल कुमावत ने प्रशिक्षण पूर्ण करने पर सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए बताया कि भविष्य में डाटा एंट्री ऑपरेटर की आवश्यकता पड़ने पर प्रशिक्षित महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
अंत में, सभी 30 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। संस्था के प्रतिनिधि प्रवीण शर्मा ने समस्त अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
