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सीधा सवाल। डूंगला। क्षेत्र के किशन करेरी गांव में सोमवार को प्राचीन शिव मंदिर पर भक्तो ने भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार किया, सभी शिव भक्तो ने शिव पूजन कर मंशापूर्ण व्रत कथा सुनी और आज के दिव्य दर्शन का लाभ लिया!
इस प्राचीन शिवालय पर सोमवार को मंशापूर्ण महादेव व्रतधारी बड़ी संख्या में पहुंचते है श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्थी से यह व्रत धारण किया जाता है जो कार्तिक माह की शुक्ल चतुर्थी तक चलता है, शिव भक्तो द्वारा शिव पूजन अभिषेक और श्रृंगार किया जाता है!भगवान शिव को शक्ति का अपार भंडार माना जाता है। जीवन और मृत्यु से परे भगवान शिव जहां संसार में विनाशक के रूप में पूजनीय हैं। भगवान शिव का श्रृंगार अलौकिक है। इसलिए इनके श्रृंगार में भांग, भस्म, सूखे मेवे चावल आक धतूरा हल्दी केसर मिलाकर किया जाता है !