3780
views
views

सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। राजस्थान पेंशनर समाज की स्थानीय शाखा के चुनाव गुरुवार को संपन्न कराए गये।
स्थानीय शाखा के कोषाध्यक्ष राजेंद्र जैन ने बताया कि शाखा के कार्यरत अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के आकस्मिक निधन के कारण रिक्त हुए पद पर नियुक्ति हेतु जिला शाखा के निर्देशानुसार गुरुवार को चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गये। इस हेतु पेंशनर समाज की साधारण सभा बुलाई गई। जैन ने बताया कि निर्वाचन की संपूर्ण प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए निर्वाचन अधिकारी के रूप में नरेंद्र कुमार नाहर, बाबूराव मराठा और सत्यनारायण शर्मा को नियुक्त किया गया। चुनावी प्रक्रिया से पूर्व सभा भवन में समस्त सदस्यों की बैठक आयोजित हुई।जिसमें मतदाताओं को चुनाव की संपूर्ण कार्य विधि से अवगत कराया गया। तत्पश्चात चुनाव अधिकारियों ने चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ की। अध्यक्ष पद हेतु कुल चार नामांकन प्राप्त हुए। कुछ देर पश्चात दो आवेदकों ने अपने नाम वापस ले लिए। अंत में मुकाबला शंकर लाल मीणा और वीरेंद्र कुमार ऑदिच्य के बीच हुआ । मतदान दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक चला। इस दौरान कुल 90 मत पड़े इनमें से वीरेंद्र कुमार औदिच्य को 69 और शंकर लाल मीणा को 20 मत प्राप्त हुए तथा एक मत निरस्त किया गया। परिणाम स्वरूप चुनाव अधिकारी मराठा ने वीरेंद्र कुमार औदिच्य को 49 मतों से विजयी घोषित कर दिया। जैन ने यह भी बताया कि जिलाध्यक्ष मगनीराम सुथार एवं निर्वाचन अधिकारी के द्वारा नवनिर्वाचित अध्यक्ष को शपथ दिलाई गई। पेंशनर साथी कन्हैयालाल जटिया ने अपनी और से जलपान व्यवस्था की। जिला पेंशनर समाज प्रतापगढ़ से जिलाध्यक्ष मगनीराम सुथार, दुर्गाप्रसाद सोलंकी महामंत्री, मदनलाल पंचोली उपाध्यक्ष, महेश चंद्र व्यास एवं इंदु प्रसाद शर्मा आदि अतिथि गण उपस्थित थे । कोषाध्यक्ष राजेंद्र जैन, सदस्य सुरेश शर्मा, राजेंद्र ऑदिच्य, सह सचिव योगेंद्र ऑदिच्य, वरिष्ठ संरक्षक बनवारी दत्त जोशी ने अपने विचार रखे। जिलाध्यक्ष मगनीराम सुथार ने अपने उद्बोधन में नव निर्वाचित अध्यक्ष को बधाई दी और तन, मन धन से सेवा कार्य मैं जुट जाने की सलाह दी।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में कहा कि बीते कल तक जो कुछ भी हो चुका उसका तो हम कुछ नहीं कर सकते लेकिन आज से हम अपनी पूर्व की गलतियों से सीखते हुए भविष्य को सुधा सकते है। हम तीसरी पीढ़ी या चौथी पीढ़ी पर है।हमें अपने कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। साथ ही पेंशनर भवन का जो स्वरूप पूर्व अध्यक्ष स्व. ओमप्रकाश शर्मा का सपना था, उस सपने को पूरा करने के लिए दिल जान से कोशिश करेंगे। पेंशनर साथियों की ग्रीवांसेज पूरी करने के लिए मुझसे जितनी मदद हो सकेगी करूंगा। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन सचिव विष्णु लाल नागदा ने किया।