views

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजकीय श्री सांवलियाजी सामान्य जिला चिकित्सालय, चित्तौड़गढ़ में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी (आर.एम.आर.एस.) की बैठक का आयोजन जिला कलक्टर एवं आरएमआरएस अध्यक्ष आलोक रंजन की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में चिकित्सा सेवाओं के उन्नयन, अधोसंरचना सुधार एवं रोगी हित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के माध्यम से चिकित्सालय के सिविल एवं विद्युत रखरखाव कार्यों हेतु वर्ष भर के लिए वार्षिक अनुबंध स्वीकृत करने का प्रस्ताव अनुमोदित किया गया। इसके लिए आरएमआरएस मद से सिविल कार्य हेतु ₹114.06 लाख एवं विद्युत कार्य हेतु ₹48.89 लाख की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई। पीडब्ल्यूडी द्वारा जिला चिकित्सालय परिसर में चौकी स्थापित कर सभी संबंधित कार्यों को संपादित किया जाएगा।
चिकित्सालय में बिजली आपूर्ति की निर्बाधता सुनिश्चित करने हेतु 500 केवीए जनरेटर क्रय करने की सहमति सर्वसम्मति से दी गई।
चिकित्सा सुविधाओं को और सशक्त करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर आलोक रंजन एवं विधायक चित्तौड़गढ़ चंद्रभान सिंह आक्या ने हिस्टोपैथोलॉजी लैब (₹85 लाख), अतिविशिष्ट जांच उपकरण (₹18 लाख), डिजिटल रेडियोग्राफी मशीन (₹30 लाख) तथा ईको-कार्डियोग्राम मशीन (₹30 लाख) की डीएमएफटी मद से व्यवस्था हेतु प्रस्ताव रखा, जिसे बैठक में सहमति प्राप्त हुई।
विभिन्न वार्डों, सर्जिकल आईसीयू, सामान्य व मातृ ऑपरेशन थियेटरों हेतु केन्द्रीकृत एवं स्प्लिट एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगाए जाने एवं उनका अनुरक्षण यूआईटी के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए गए।
ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों को ऑन-कॉल लाने-लेजाने के लिए वाहन क्रय करने का भी निर्णय लिया गया।
महिला एवं बाल चिकित्सालय की बाउंड्रीवाल की फेंसिंग, फर्श मरम्मत एवं संपूर्ण अस्पताल परिसर के रंगरोगन कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा करवाए जाएंगे।
सफाई व्यवस्था में बड़ा सुधार
साफ-सफाई की व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए मशीन आधारित, गुणवत्तापूर्ण सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। सफाई का कार्य सफल निविदादाता को शर्तों के साथ दिया जाएगा, जिसमें सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना, सुपरवाइजर की नियुक्ति तथा नियमित मॉनिटरिंग शामिल है। यह कार्य आरटीपीपी नियमों के तहत किया जाएगा।
पार्किंग एवं अन्य जनसुविधा सुधार निर्देश
चिकित्सालय की पार्किंग व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए गए। संवेदक को अंतिम चेतावनी दी गई कि कार्मिक ड्रेस कोड में रहें, मरीजों एवं परिजनों से उचित व्यवहार करें और कोई अनुचित वसूली न करें, अन्यथा ब्लैकलिस्टिंग की कार्रवाई की जाएगी।
नगर परिषद को अस्पताल परिसर से आवारा मवेशियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, खराब पड़ी हाईमास्ट लाइटों को शीघ्र दुरुस्त करने हेतु यूआईटी के कनिष्ठ अभियंता को आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए।
बैठक में जिला चिकित्सालय के अधीक्षक, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
