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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गौ माता की सेवा और सनातन संस्कृति के प्रचार हेतु चित्तौड़गढ़ में आगामी 11 अगस्त, सोमवार को एक विशाल संत समागम एवं भव्य भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन का उद्घाटन 51 फीट ऊंचे ध्वज पर ध्वजारोहण से किया जाएगा और देशभर से महामंडलेश्वर व संत महंत इस संत सम्मेलन में भाग लेंगे। हनुमानगढ़ी, अयोध्या से पधार रहे प्रख्यात महंत राजुदास महाराज इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण होंगे। वे आयोजन से पूर्व चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर में पूजा अर्चना कर भव्य वाहन रैली के साथ शहर भ्रमण करेंगे। यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए श्री राघव गोविन्द गौशाला, कंधारिया रोड, सावा पहुंचेगी। विभिन्न संगठनों द्वारा पुष्प वर्षा कर संतों का स्वागत किया जाएगा। इस भव्य समागम में देशभर के संत-महात्मा शामिल होंगे, जिनमें प्रमुख नाम हैं। महामंडलेश्वर चेतन दास महाराज की चरण पादुका मंच पर विराजमान रहेंगी। भागवत प्रवक्ता मेवाड़ महामंडलेश्वर अनुज दास महाराज (मुंगाणा), महंत सुदर्शनाचार्य महाराज (बड़ीसादड़ी पीठाधीश), महंत शिव दास महाराज (नंदी आश्रम), संत सौमित्र दास त्यागी (प्रदेश उपाध्यक्ष, संत महासभा, मध्यप्रदेश), महंत राम बालक दास महाराज (पाल वाले हनुमान जी, सावा), महंत अमर गिरि महाराज (जीतावल), महंत त्यागी महाराज (सिंघालियां), रोहित दुबे (प्रदेशाध्यक्ष, अखिल भारतीय हिंदू महासभा), ओम आज़ाद (प्रवक्ता, हिंदू महासभा, मध्यप्रदेश), महंत जगन्नाथ भारती (नीलकंठ महादेव), महंत चंद्र भारती महाराज (हजारेश्वर महादेव) आएंगे। प्रेस वार्ता में संत राघवनाथ (सरकार) ने कहा "गौ माता भूख, प्यास और बीमारी से तड़प रही हैं। हमारा उद्देश्य है कि गौ चरनोट भूमियों को अतिक्रमण से मुक्त कर, वहाँ संपूर्ण व्यवस्था वाली गौशालाएं विकसित की जाएं।" उन्होंने कहा "संत समाज का पहला धर्म है सनातन धर्म की रक्षा और उसमें भी सबसे बड़ा कर्तव्य है गौ माता की सेवा। इसके लिए हमें अपने प्राण भी देने पड़ें तो हम तैयार हैं।" इस दौरान उनके साथ महंत सियाराम महाराज सहित कई भक्तगण और ग्रामीणजन उपस्थित रहे।