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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगडी की जन्म जयंती को स्वदेशी स्वावलंबन दिवस के रूप में मनाने के साथ एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन शहर के ईनाणी पब्लिक स्कूल में हुआ। कार्यक्रम में जिला संघचालक अनिरुद्ध सिंह भाटी, क्षेत्र समन्वयक अनिल वर्मा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह दिनेश चंद्र भट्ट मंचासीन थे।कार्यक्रम में स्वावलंबी भारत अभियान के क्षेत्र समन्वयक अनिल वर्मा ने कहा कि स्वावलंबी भारत अभियान से राष्ट्र आत्मनिर्भर एवं आर्थिक महाशक्ति बनेगा क्योंकि साम्राज्यवादी, वैश्विक आर्थिक तत्वों से बचकर भारत को समृद्ध शक्तिशाली और पूर्ण रोजगार युक्त बनाने के लिए स्वदेशी आंदोलन को राष्ट्रव्यापी बनाना ही वर्तमान समय की आवश्यकता है और स्वदेशी की विचारधारा राष्ट्रीयता की पोषक है। भारतवर्ष के प्रत्येक युवा का यह महत्वपूर्ण दायित्व है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों की जगह स्थानीय व्यापार करने वाले आमजन को प्राथमिकता देवे ताकि अंत्योदय हो सके। सामान्य और आम आदमी को स्वरोजगार के द्वारा आत्मनिर्भर बनाना देश के विकास की प्रथम आवश्यकता हो गई है। आरएसएस के विभाग कार्यवाह दिनेश चंद्र भट्ट ने संबोधित करते हुए बताया कि आत्मनिर्भरता और स्वावलंबी भारत के निर्माण में दत्तोपंत ठेंगडी का भूतपूर्व योगदान है। ठेंगड़ी सतत प्रवासी, मौलिक आर्थिक चिंतक, महान संगठनकर्ता जिन्होंने भारत के स्वदेशी आंदोलन को गांधी जी, दीनदयाल उपाध्याय जैसा ही नेतृत्व प्रदान किया। भारत के मजदूर क्षेत्र में राष्ट्रवाद विचार स्थापित करने के बाद उन्होंने भारतीय किसान संघ की स्थापना कर किसानों की समस्याओं को सुलझाने के लिए राष्ट्रीयता की भावना प्रबल करने का सफल प्रयास किया। जिला संघचालक अनिरुद्ध सिंह भाटी ने कहा कि आज का जन्म जयंती कार्यक्रम स्वदेशी स्वावलंबन दिवस के रूप में मना करके हमें आम जनता तक यह संदेश देना है कि स्वदेशी को अपनाना तथा स्वरोजगार देकर के देश को स्वावलंबी बनाना है तथा भारतीय आर्थिक दृष्टिकोण को मजबूत करके देशव्यापी आंदोलन के रूप में कार्य किया जाएगा तभी भारत आर्थिक महाशक्ति बनेगी। प्रांत संपर्क प्रमुख लाल राम कुमावत ने स्वदेशी स्वावलंबन दिवस की पृष्ठभूमि रखते हुए दत्तोपंत जी के विचारों के बारे में अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभाग संयोजक डॉ प्रहलाद शर्मा ने बताया कि ठेंगड़ी के विचारों से भारत आर्थिक महाशक्ति बन कर पुनः सोने की चिड़िया के रूप में प्रख्यात हो सकता है तथा ठेंगड़ी ने भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती जैसे अनुसांगिक संगठनो का संचालन वैश्विक स्तर पर किया। कार्यक्रम के दौरान मनीष पुरी गोस्वामी, नरेश शर्मा, मदन त्रिपाठी, कन्हैयालाल, राजेंद्र सुखवाल, अंजना गोस्वामी, सुष्मिता गोस्वामी सहित स्वदेशी जागरण मंत्र, लघु उद्योग भारती,भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ अधिवक्ता परिषद, विश्व हिंदू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित थे।