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सीधा सवाल। चिकारड़ा। मंशापूर्ण महादेव के व्रत धारण करने के साथ ही प्रति सोमवार को महादेव की पूजा अर्चना कर व्रतधारियों द्वारा व्रत भी रखा जाता है । कन्हैयालाल खटीक ने बताया कि चिकारड़ा में अलग अलग महादेव मंदिर पर अलग अलग ग्रुप वाइज महाराज के माध्य्म से पूजा अर्चना की जाती है । वही कई ग्रामीण महिला पुरुष अपने अपने संसाधनों के माध्य्म से स्वयं भी पूजा करते है। तो पुष्कर महाराज ने बताया कि पूजा में पान सुपारी फूल के साथ विभिन्न सामग्री का उपयोग करते है वही केले का भोग लगाकर भोलेनाथ को रिझाने का प्रयास करते है और अपनी मनोकामना पूरी करवाते है । गुर्जर मोहल्ला स्थित महादेव मंदिर पर पुष्कर दास द्वारा तो जाट मोहल्ला में श्रवण दास , बैंक गली में हीरादास सारँगपुरा वाले तो ब्रह्मपुरी स्थित मंदिर पर दास द्वारा पूजा अर्चना करवाई जाती है । इन सभी मंदिरों पर लगभग 200 ग्रामीणों द्वारा पूजा की जाती है तो अन्य ग्राम जिनमे जैतपुरा, झाड़ सादड़ी , टीलाखेड़ा, देवाखेड़ा, नंगाखेड़ा, भाटोली बागरियांन ,सारँगपुरा, वजीरपुरा ,आकोला कला के साथ उपखंड के दर्जनों गावो में व्रत लेते हुए 500 से अधिक भक्तों द्वारा पूजा अर्चना की जाती है । यहां यह बतादे की उक्त व्रत को मंशापूर्ण महादेव व्रत जिसे मनसा महादेव व्रत भी कहा जाता है । श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से शुरू होकर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तक लिया जाता है । यह व्रत 16 सोमवार तक रखा जाता है, और इसका उद्यापन कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है ।