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देश को सबसे अधिक आवश्यकता आपसी सद्भाव और भाईचारे की-संत चरणजीत सिंह
सीधा सवाल। शाहपुरा। गुर्जर समाज के धर्म गुरु पूज्य संतश्री चरणजीत सिंह महाराज, पीठाधीश्वर जूना पीठ बाबा बलवन्तसिंह आश्रम रोड़ेवाला गुफासर (पटियाला, पंजाब) की अगुवाई में चल रही सर्व धर्म सद्भाव यात्रा शाहपुरा पहुंची। यहां विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रामस्नेही संप्रदाय की मुख्य पीठ रामनिवास धाम स्थित रामकोठी में गुर्जर समाज सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों व श्रद्धालुओं ने संतश्री का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर प्रवचन और आशीर्वाद कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। यात्रा के दौरान अब तक विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की गई और धार्मिक स्थलों पर जाकर सद्भावना वार्ता हुई।
संतश्री चरणजीत सिंह महाराज जब शाहपुरा पहुंचे तो नगरवासियों ने फूलमालाओं और जयकारों से उनका स्वागत किया। रामनिवास धाम की पवित्र धरा पर संतश्री का अभिनंदन करते हुए विभिन्न समाजों के लोग एकत्र हुए। यहां आयोजित आशीर्वाद प्रवचन कार्यक्रम में संतश्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि वे बाबा बलवन्तसिंह द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर पूरे देश में सामाजिक सद्भाव और भाईचारे का संदेश फैलाने के लिए निकले हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान का सात दिवसीय प्रवास इसी अभियान का हिस्सा है। संतश्री ने यह भी स्पष्ट किया कि बाबा बलवन्तसिंह द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्य निरंतर जारी रहेंगे। “देश को आज सबसे ज्यादा जरुरत है आपसी संबंधों को मजबूत करने की। यदि समाज में सद्भाव होगा तो वैमनस्य और कटुता का वातावरण स्वतः समाप्त हो जाएगा।”
प्रवचन के दौरान संतश्री ने कहा कि “धर्म कभी अलगाव का कारण नहीं होना चाहिए, बल्कि धर्म का सच्चा स्वरूप लोगों को जोड़ना है। विभिन्न धर्मों के लोग यदि एक मंच पर आएंगे, तो समाज में प्रेम और भाईचारा स्वतः स्थापित होगा।” उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे समाज में आपसी सद्भाव बनाए रखने में योगदान दें और शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़कर काम करें।
धर्म गुरु ने बताया कि यह यात्रा सर्व धर्म सद्भावना यात्रा है, जिसका प्रमुख उद्देश्य समाज और धर्म की सीमाओं को पाटते हुए लोगों में आपसी एकता, भाईचारे और धार्मिक सद्भावना को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि भारत की शक्ति उसकी सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक एकता में निहित है। इसलिए हमें सभी धर्मों का सम्मान करते हुए परस्पर सहयोग और सौहार्द की भावना को मजबूत करना चाहिए।
यह यात्रा पंजाब के रोड़ेवाला, गुफासर (पटियाला) से शुरू हुई थी। पटियाला से प्रारंभ होकर यह यात्रा चार दिन का सफर तय कर राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से गुजरते हुए गुरुवार को शाहपुरा पहुंची। इससे पहले यात्रा नाथद्वारा से रवाना होकर गंगापुर और भीलवाड़ा होते हुए शाहपुरा पहुंची। शाहपुरा से यात्रा आगे जहाजपुर, देवली, निवाई होते हुए जोधपुरिया देवनारायण के लिए रवाना होगी। यह यात्रा पूरे प्रदेश में सात दिन तक चलेगी, जिसके दौरान अलग-अलग शहरों और गांवों में धर्म-समाज के प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर आपसी एकता का संदेश दिया जाएगा।
इस सद्भावना यात्रा में करीब 250 महिलाएं और 350 पुरुष शामिल थे। यात्रा के साथ लगभग 100 से अधिक वाहनों का काफिला चल रहा था। यात्रा जब-जब किसी गांव या शहर से गुजरी, स्थानीय लोगों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा और माल्यार्पण कर संतश्री का स्वागत किया। शाहपुरा में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस धार्मिक यात्रा का हिस्सा बने।
यात्रा के शाहपुरा पहुंचने पर स्थानीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी संतश्री चरणजीत सिंह महाराज का स्वागत किया। सर्व धर्म सद्भाव यात्रा के शाहपुरा पहुंचने पर भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष जीवराज गुर्जर, भाजपा जिला मंत्री राजेंद्र बोहरा, मुकेश धाबाई, बाबूलाल गुर्जर, अक्षय गुर्जर, सुरेश जड़स, विट्ठल शर्मा सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं ने संतश्री चरणजीत सिंह महाराज का स्वागत एवं अभिनंदन किया और उन्हें सामाजिक व धार्मिक सद्भावना को मजबूत बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के लिए साधुवाद दिया।