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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। कबीर कॉलोनी एवं चित्रकूट कॉलोनी में तीन दिवसीय नानी बाई के मायरा कथा का आयोजन वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित देवकीनंदन द्वारा किया गया। तीनों दिन शाम 7 से 10 बजे तक चले कथा कार्यक्रम में भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
अंतिम दिन कथा की शुरुआत भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना से हुई। इस दौरान पंडित देवकीनंदन ने नानी बाई के मायरे के प्रसंगों का वर्णन कर श्रद्धालुओं को भाव-विह्वल कर दिया। उन्होंने कहा कि धन की तीन गतियां होती हैं – दान, भोग और नाश। मनुष्य को अपने धन का अधिकतम उपयोग परोपकार एवं जनकल्याण के कार्यों में करना चाहिए। साथ ही उन्होंने समझाया कि दुख आने पर निराश नहीं होना चाहिए और सुख मिलने पर अहंकार नहीं करना चाहिए, यही कलयुग में वैराग्य का मार्ग है।
कार्यक्रम के समापन पर अग्रसेन भवन में भक्तों द्वारा भोजन प्रसादी का आयोजन किया गया, जिसमें कॉलोनीवासियों एवं क्षेत्र के लोगों ने भाग लिया।