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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का अभिविन्यास कार्यक्रम
राजकीय कन्या महाविद्यालय, चित्तौड़गढ में राष्ट्रीय सेवा योजना व आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान दो दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के तहत प्राचार्य डॉ. गौतम कुमार कूकड़ा की अध्यक्षता में प्रेरणादायक व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ, जिसके पश्चात प्राचार्य डॉ. कूकड़ा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसएस युवाओं में नेतृत्व, समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण की भावना को प्रबल करता है। इस श्रृंखला में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ वक्ताओं ने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए। डॉ. सी.एल. महावर ने एनएसएस के उद्देश्य एवं गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कहा कि जो सेवा की राह चुनता है वही सच्चे अर्थों में जीवन गढ़ता है। डॉ. इरफान अहमद ने नशामुक्त एवं पॉलीथिन मुक्त भारत बनाने के लिए स्वयं की जिम्मेदारी को रेखांकित किया साथ ही उन्होंने बताया कि नशा जीवन को अंधकार में ले जाता है, सच्ची जीत वही है जो इसे हराता है। उन्होंने मोबाइल फ़ोन के एडिक्शन को कम करने एवं अपने समय का सदुपयोग करने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। डॉ. ज्योति कुमारी ने उपभोक्ता जागरूकता एवं सूचना के अधिकार के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जागरूकता ही सशक्तिकरण का पहला कदम है। संरक्षण डॉ. श्याम सुंदर पारीक ने सद्भावना, भाईचारा और सर्व समावेशी समाज के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ईमानदारी ही इंसानियत का आभूषण है। उन्होंने विभिन्न उदाहरण देते हुए सद्भावना एवं भाईचारे के महत्व को बताया। डॉ. गोपाल लाल जाट ने साहिष्णुता और धर्मनिरपेक्ष समाज की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “सद्भाव ही समाज को सशक्त बनाता है।
कार्यक्रम का समापन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जसप्रीत कौर के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें उन्होंने छात्राओं को समाज सेवा के प्रति समर्पित रहने और आगामी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। इस व्याख्यान श्रृंखला में वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. लोकेश जसोरिया, रेखा मेहता, डॉ. अंजू चौहान, जयश्री कुदाल, शंकर बाई मीणा, डॉ. प्रीतेश राणा, कौशल ,दिव्या चारण व छात्राओं ने भाग लिया । मंच संचालन स्वयं सेविका ज्योत्सना भंडारकर एवं नंदिनी नाथ योगी ने किया।