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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, चित्तौड़गढ़ में मेरा युवा भारत चित्तौड़गढ़, जो कि युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्तशासी संस्था है, तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में “केंद्रीय सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं पर कार्यशाला” का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माय भारत के प्रतिनिधि कुलदीप प्रजापत ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एच.एन. व्यास उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर परेश के. टांक, भारत गैस के निदेशक डॉ. रूपेश कलंत्री एवं एन.एस.एस. जिला समन्वयक प्रो. संदीप शर्मा शामिल रहे। कार्यशाला में विभिन्न योजनाओं पर विशेषज्ञों ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी। लीड बैंक मैनेजर परेश टांक ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसके अंतर्गत युवा एवं छोटे उद्यमियों को बिना गारंटी ऋण उपलब्ध कराया जाता है जिससे स्वरोजगार के अवसर बढ़ते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक वीरेंद्र कुमार ने बैंकिंग प्रणाली एवं वित्तीय साक्षरता पर जानकारी साझा की, जिससे युवाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में सुविधा होगी। भारत गैस के निदेशक डॉ. रूपेश कलंत्री ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह योजना गरीब महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए स्वच्छ ईंधन (एलपीजी) उपलब्ध कराने हेतु प्रारंभ की गई है।
आई स्टार्ट मैनेजर विजय कुमार जैन ने डिजिटल इंडिया पहल एवं स्टार्टअप इंडिया योजना पर युवाओं को संबोधित किया और बताया कि इन योजनाओं से डिजिटल सशक्तिकरण तथा नए स्टार्टअप्स को वित्तीय व तकनीकी सहयोग प्राप्त हो रहा है। वहीं प्रो. कैलाश चंद नायमा ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं के कौशल प्रशिक्षण की जानकारी दी, जिसके माध्यम से उन्हें उद्योगों की आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण एवं प्रमाणपत्र प्राप्त होते हैं, जिससे रोजगार एवं स्वरोजगार की संभावनाएँ बढ़ती हैं।
मुख्य अतिथि डॉ. एच.एन. व्यास ने अपने उद्बोधन में कहा कि इन फ्लैगशिप योजनाओं का वास्तविक लाभ तभी संभव है जब युवा वर्ग स्वयं जागरूक होकर इनसे जुड़ें और समाज में अन्य लोगों को भी इसके बारे में जागरूक करें। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे इन योजनाओं को न केवल समझें बल्कि इनके लाभार्थियों तक पहुँचाने में भी सक्रिय भूमिका निभाएँ। कार्यक्रम का संचालन प्रो. कंचन वर्मा एवं भरत बारेठ ने किया। संयोजक के रूप में एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी प्रो. बालकृष्ण लड्ढा रहे। कार्यशाला की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई तथा समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए एवं सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की ओर से प्रो. सुमन डाड, प्रो. हेमलता, प्रो. भारती मेहता, प्रो. राजेश डांगी तथा अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे और उन्होंने कार्यक्रम की सफलता में सक्रिय योगदान दिया।