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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गत दो माह में जिला पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम करने व धरपकड़ कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। पुलिस कार्यवाही के दौरान तस्करी के 34 प्रकरण दर्ज कर 40 तस्करों को हिरासत में लिया है, जिनसे तस्करी के दौरान उपयोग में लिए गए 26 वाहनों व 40 क्विंटल से अधिक डोडाचूरा, साढ़े पांच किलो से अधिक अफीम, 1 किलो गांजा, व 580 ग्राम स्मेक को जब्त किया गया है। वहीं तस्करी के दौरान जब्त 20 वाहनों को नीलामी द्वारा, 10 प्रकरणों में 36 क्विंटल से अधिक मादक पदार्थ नष्ट कर व 23 प्रकरणों में 43 किलो अफीम का निस्तारण किया।
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि मादक पदार्थों का दुरुपयोग एक वैश्विक चुनौती बनी हुई है, जो चुपचाप लोगों को नुकसान पहुंचा रही है, परिवारों को तोड़ रही है और समुदायों को कमजोर कर रही है। इसका प्रभाव नशे की लत से कहीं आगे तक है; यह स्थायी तौर पर शारीरिक, मानसिक और सामाजिक क्षति पहुंचाता है। मादक पदार्थों के खतरे को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, पुलिस ने माह जुलाई व अगस्त में तस्करों की कमर तोड़ते हुए की मादक पदार्थों की जब्ती करने में सफलता हासिल की हैं। सोमवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि माह जुलाई व अगस्त 2025 के दौरान जिला पुलिस द्वारा 7 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए गए। आंकड़ों के अनुसार जुलाई व अगस्त माह 2025 में जिला पुलिस ने करीब 40 क्विंटल अवैध डोडाचूरा, 5.500 किलोग्राम अफीम, 1 किलोग्राम गांजा व 580 ग्राम स्मेक जब्त कर 40 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। तस्करों से तस्करी के दौरान उपयोग लिए गए 26 वाहनों को जब्त किया गया है। वहीं कई थानों में मादक पदार्थो की तस्करी के शामिल 20 वाहनों को नीलाम किया गया जिससे करीब 30 लाख रूप्ये की राजस्व आय हुई। 10 प्रकरणों में तस्करी के दौरान जब्त 36 क्विंटल से अधिक मादक पदार्थ डोडाचूरा, गांजा व स्मैक का नष्टीकरण किया गया एवं 23 प्रकरणों में जब्त 43 किलो अवैध अफीम को अफीम कारखाने मे जमा कर निस्तारण किया गया। एसपी त्रिपाठी ने आमजन से अपील कर कहा कि जिले में कहीं भी मादक पदार्थो की तस्करी सम्बन्धी अवैध गतिविधि की सूचना मिलती हैं, तो पुलिस नियन्त्रण कक्ष के सम्पर्क नम्बर 01472-240088, 7300453344 पर सूचित करें। उन्होने कहा कि मादक पदार्थो की तस्करी की रोकथाम हेतु जिले में धरपकड की प्रक्रिया अनवरत जारी रहेगी। तस्करों को दबोचने के लिये मजबूत नाकाबंदी, गश्त व जिले की विशेष टीम का सहयोग लिया जाकर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।