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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़।
चित्तौड़गढ़ अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की ओर से रविवार को केशव माधव सभागार में स्टाफ कार्यशाला आयोजित हुई। इस मौके पर बैंक अध्यक्ष डॉ. आई.एम. सेठिया ने कहा कि अर्बन बैंक सहकारिता की भावना से स्थापित है और यहां ग्राहकों की सुविधा को सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बैंक की ऋण योजनाएं, लॉकर सुविधा, धन हस्तांतरण, रजत जयंती वर्ष में ब्याज दरों में की गई कमी जैसी जानकारियां ग्राहकों तक पारदर्शिता से पहुंचनी चाहिए, ताकि वे बैंक से मन से जुड़ सकें। डॉ. सेठिया ने स्टाफ से कहा कि यदि कर्मचारी नौकरी की मानसिकता से बाहर निकलकर सहकारी कार्यकर्ता की भावना से काम करेंगे तो न केवल बैंक, बल्कि सहकारिता आंदोलन के प्रति भी आमजन का विश्वास मजबूत होगा।
कार्यशाला की शुरुआत प्रबंध निदेशक वंदना वजीरानी के स्वागत उद्बोधन से हुई। उन्होंने बैंकिंग कार्यकुशलता और प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। महाप्रबंधक दिनेश खंडेलवाल ने व्यवसाय वृद्धि के उपाय बताए, ऋण अधिकारी यशवंत बाफना ने त्वरित ऋण निस्तारण की प्रक्रिया समझाई। आईटी अधिकारी राकेश पाराशर ने साइबर सुरक्षा की सावधानियों पर जानकारी दी, जबकि प्रशासनिक प्रबंधक राजेश अवस्थी ने अनुशासन और प्रशासनिक सख्ती पर व्याख्यान दिया।
तीन सत्रों में हुई इस कार्यशाला में शाखाओं के सभी कर्मचारियों ने भाग लेकर बैंक की मजबूती में योगदान का संकल्प लिया।
जयपुर में होगा राष्ट्रीय अधिवेशन
अध्यक्ष डॉ. आई.एम. सेठिया ने बताया कि सहकार भारती के बैनर तले अर्बन बैंकों का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन 10 और 11 सितंबर को जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में होगा।
अधिवेशन का उद्घाटन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे, जबकि समापन समारोह में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े मुख्य अतिथि रहेंगे। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री गोतम दक, राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय पचपोर, रिजर्व बैंक व नाबार्ड के निदेशक सतीश मराठे और सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय जोशी सहित कई सहकार चिंतक शामिल होंगे।
चित्तौड़गढ़ से भी छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अधिवेशन में भाग लेने के लिए मंगलवार को रवाना हुआ।