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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। आयकर पोर्टल पर लगातार आ रही तकनीकी गड़बड़ियों और बढ़ते अनुपालन दबाव के चलते करदाता एवं पेशेवरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसी संदर्भ में मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर असेसमेंट ईयर 25-26 के लिए टैक्स ऑडिट रिपोर्ट एवं आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की है।
चैंबर अध्यक्ष सीए (डॉ.) अर्जुन मूंदड़ा एवं सचिव राकेश चंद्र मंत्री ने बताया कि हाल ही में गैर-ऑडिट रिटर्न की अंतिम तिथि 16 सितम्बर 2025 तक रही, जिससे बड़ी संख्या में करदाता और पेशेवर उसी कार्य में व्यस्त रहे। इसके तुरंत बाद टैक्स ऑडिट एवं ऑडिट-सम्बंधित रिटर्न दाखिल करने की समयसीमा नजदीक आ जाने से पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि पोर्टल पर धीमी गति, लॉगिन फेल होना, जैसी त्रुटियाँ, तथा जीएसटी और टीडीएस डेटा से मेल न खाने जैसी दिक्कतें लगातार सामने आ रही हैं। इसके अलावा कंपनी अधिनियम और जीएसटी अनुपालन की भी एक साथ समय सीमा होने से पेशेवरों पर असामान्य दबाव बन गया है।
चैंबर ने मांग की है कि टैक्स ऑडिट रिपोर्ट की अंतिम तिथि 30 सितम्बर से बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2025 तथा ऑडिट वाले करदाताओं की आयकर रिटर्न की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 30 नवम्बर 2025 की जाए।
चैंबर का मानना है कि समयसीमा बढ़ाने से व्यवसायियों, पेशेवरों और लघु-मध्यम उद्यमों को राहत मिलेगी, तकनीकी परेशानियां कम होंगी और सटीक व स्वैच्छिक अनुपालन सुनिश्चित होगा।