views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सर्व पितृ अमावस्या के पावन पर्व पर ॐ तत्सत् पारमार्थिक संस्था चित्तौड़गढ़ के तत्वावधान में आयोजित विशाल सामूहिक पितृ तर्पण कार्यक्रम आज श्रद्धा और भक्ति के साथ सम्पन्न हुआ। आयोजन स्थल भागीरथी गम्भीरी नदी के तट पर सभी ने अपने पूर्वजों की स्मृति में तिल-कुशा सहित जलांजलि अर्पित कर पितरों को श्रद्धांजलि दी।
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुआ तर्पण व यज्ञ संस्था के संरक्षक पं. मदनमोहन उपाध्याय एवं पं. दिनेश तिवाड़ी भोलाराम प्रजापत के नेतृत्व में, ज्योतिषाचार्य पं. विकास उपाध्याय के आचार्यत्व में अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ।
पं. कौशल शर्मा, पं. रतन पारलिया, पं. दीपक शर्मा, पं. अरविंद शर्मा, पं. पीयूष शर्मा, पं. अशोक तिवारी, पं. कुलदीप दशोरा, पं. प्रहलाद सुखवाल सहित अन्य विद्वानों ने शास्त्रीय विधि-विधान से मंगलाचरण और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तर्पण प्रक्रिया सम्पन्न करवाई।
कार्यक्रम के दौरान पंचकुण्डीय यज्ञ भी सम्पन्न हुआ। इसमें उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने वैदिक ऋचाओं के साथ आहुति प्रदान की और अपने कुल-पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त की।
इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ जिले के साथ ही दूरदराज के क्षेत्रों से आए लगभग ढाई सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने पितृ तर्पण का लाभ लिया।
विशेष रूप से सौ से अधिक महिलाओं ने भी आकर अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो आयोजन की विशेषता रही।
तर्पण अनुष्ठान के समापन पर सभी उपस्थितजनों को अल्पाहार प्रसाद वितरित किया गया।
आयोजन की व्यवस्थाओं में पूर्व पार्षद भोलाराम प्रजापत, पं. पीयूष शर्मा, अशोक सोनी, अजय बनवार, कैलाश प्रजापत आदि ने सक्रिय सहयोग दिया और सभी श्रद्धालुओं का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर पूर्व सभापति सुशील शर्मा, बद्रीलाल शर्मा, एडवोकेट ओमप्रकाश शर्मा, जगदीश डेरी, पं. श्यामलाल शर्मा, मनोज सुखवाल, पं. आनंद शर्मा, दुर्गेश शर्मा, राजेश जोशी, डॉ. सुभाष शर्मा, आशुतोष त्रिपाठी, भारत शर्मा, दिनेश दाधीच, हरीश गुरनानी, भेरूलाल शर्मा, चेतन गौड़ सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
संस्था पदाधिकारियों ने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक कर्मकांड भर नहीं, बल्कि पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता, संस्कार और आत्मशुद्धि का पर्व है। पितृ तर्पण से पितृ दोषों से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।