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कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ सांझा संघर्ष तेज करे : डॉ. माधव
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत का जिला अधिवेशन जिलाध्यक्ष जयपाल बुरडक की अध्यक्षता में रेल्वे स्टेशन रोड़ स्थित श्री जैन श्वेतांबर विश्रांति गृह में संपन्न हुआ।
जिला संयुक्त मंत्री प्रदीप चौधरी ने बताया कि सम्मेलन को संबोधित करते हुए एआईकेएस के प्रदेश संयुक्त सचिव डॉ. संजय माधव ने कहा कि वर्तमान की कर्मचारी व किसान, मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ सांझा संघर्ष को तेज करना होगा। एमएलएसयू उदयपुर के शोधकर्ता पवन बेनीवाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति निजीकरण को बढ़ावा देने वाली व सार्वजनिक शिक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली है। इस नीति में बड़े स्तर पर सरकारी क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देने के साथ संविदा पर नौकरियां दी जाएगी, जिनकी कोई सामाजिक सुरक्षा की गारंटी नहीं होगी।
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत सीकर के कार्यकारी जिलाध्यक्ष नागरमल गढ़वाल ने कहा कि गैर शैक्षणिक कार्यों का विरोध करने व बच्चो के लिए किताबें मांगने पर शिक्षको पर कार्यवाही की जा रही है। सरकार इस मुगालते में ना रहे कि कार्यवाही के नाम पर शिक्षको को डरा धमका कर शिक्षको को चुप करवा देंगे, जो शिक्षक मई-जून के महीने की तपती सड़कों पर पैदल जयपुर कुच कर सकता है, सरकार को नकेल भी डाल सकता है।
एनआरसीपीएम के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मन्नाराम ने जलवायु व पर्यावरण परिवर्तन को वैश्विक को समस्या बताया। राजसमंद के पूर्व सीडीईओ सोहन लाल ने शिक्षकों की वर्तमान भूमिका पर अपने विचार रखे। संगठन के जिलामंत्री सुरेश कुमार ने संगठन की गतिविधियों पर वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। शिक्षा व संगठन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। संगठन की सदस्यता का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए उपशाखा निंबाहेड़ा को सम्मानित किया गया। उपशाखा कपासन के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, मंत्री दिनेश चौधरी, विजेंद्र ढाका, वीरेंद्र पूनिया, जिला उपाध्यक्ष अपर्णा सिंह ने भी विचार रखे। संचालन निम्बाहेड़ा उपशाखा अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने किया। आभार जिला संयुक्त मंत्री प्रदीप चौधरी ने व्यक्त किया। सम्मेलन में सीटू के जिला मंत्री हनीफ मंसूरी सहित जिलेभर के शिक्षक साथी सम्मिलित हुए।