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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजकीय कन्या महाविद्यालय, चित्तौड़गढ़ में प्राचार्य डॉ. गौतम कुमार कूकड़ा के नेतृत्व एवं निर्देशन में एनएसएस तथा आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान एवं जिला प्रशासन चित्तौड़गढ़ के सौजन्य से सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा के अंतर्गत विकसित भारत 2047 थीम पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ जसप्रीत कौर ने बताया कि प्रतियोगिता में 12 छात्राओं ने भाग लिया एवं विभिन्न रंग-बिरंगे आकर्षक डिजाइनों और सृजनात्मक कल्पनाओं के माध्यम से भारत के उज्ज्वल भविष्य को चित्रित किया। छात्राओं ने आत्मनिर्भर भारत, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल प्रगति, हरित ऊर्जा और शिक्षा जैसे विषयों को अपनी रंगोलियों के माध्यम से प्रस्तुत कर दर्शकों को प्रभावित किया। इस अवसर पर आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. महावर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि रंगोली जैसी पारंपरिक कला न केवल सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखती है, बल्कि युवा पीढ़ी को सामाजिक और राष्ट्रीय उद्देश्यों से जोड़ने का माध्यम भी बनती है। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राजेश्वरी सेन,द्वितीय स्थान रेणु माली व तृतीय स्थान रचना पूर्वी व विमला सुखवाल ने प्राप्त किया। निर्णायक की भूमिका रेखा मेहता, जयश्री कुदाल एवं डॉ श्यामसुंदर पारीक निभाई कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्य डॉ. इरफान अहमद, डॉ. लोकेश जसोरिया, डॉ. ज्योति कुमारी, रिंकी गुप्ता, डॉ. प्रीतेश राणा, डॉ. गोपाल जाट , दिव्या चारण, आदि सभी उपस्थित रहे।