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एकात्म मानववाद में अंतिम छोर के व्यक्ति के विकास की थी कल्पना– नवलखा
निम्बाहेड़ा।
पंचायत समिति परिसर में गुरुवार को भारतीय जनसंघ के प्रणेता, पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों को स्मरण किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अशोक नवलखा ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय भारतीय राजनीति के ऐसे महान चिंतक थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र और समाज के उत्थान को समर्पित कर दिया। वे द्वि-राष्ट्रवाद के प्रबल विरोधी थे और अखंड भारत की परिकल्पना उनके विचारों का मूल आधार रही। उन्होंने बताया कि पं. उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित एकात्म मानववाद केवल राजनीतिक दर्शन नहीं, बल्कि जीवन जीने का आदर्श मार्ग है, जिसमें संप्रदाय से ऊपर उठकर अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक विकास की किरण पहुँचाने की बात कही गई है।
नवलखा ने आगे कहा कि पं. दीनदयाल के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अंत्योदय की भावना को मूर्त रूप देते हुए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएँ लागू की हैं। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, किसान बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अंत्योदय अन्न योजना जैसे कार्यक्रम उसी विचारधारा का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, नगर अध्यक्ष कपिल चौधरी, पूर्व नगर महामंत्री विरेश चपलोत, नगर महामंत्री कमलेश बनवार, उपाध्यक्ष जगदीश माली, नरेश आमेटा, कुलदीप सिंह राठौड़, नगर मंत्री कैलाश सेन, आशीष बोड़ाना, रतन वैष्णव, धर्मपाल जाट, पूर्व उपाध्यक्ष प्रहलाद राजोरा, भाजयुमो नगर महामंत्री डॉ. आशीष टांक, विधानसभा आईटी संयोजक दीपक अग्रवाल, जयकिशन गगरानी, मयंक मराठा, विशाल साबू, यशवंत कुमावत सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने पं. उपाध्याय के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया।