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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गाड़ी संख्या 19031 योगा एक्सप्रेस ट्रेन में यात्री चिन्तन वैष्णव पुत्र गोपाल लाल वैष्णव 20 वर्ष अपनी माताजी के साथ साबरमती स्थित निजी चिकित्सालय में रुटिन चैकअप/ ईलाज लेकर करवाकर वापस ब्यावर आ रहे थें। दोनों मां बेटे पिछे के के जनरल कोच में यात्रा कर रहे थे। ब्यावर स्टेशन आने पर जल्दबाजी में अपना बैग भुलकर उतर गये तथा जब तक याद आया, तब तक गाड़ी ब्यावर स्टेशन से निकल चुकी थी। ऐसे में उन्होंने रेलवे के आथराईज वैंडर लोकेश कुमार सिंधी से संपर्क किया जो इसी गाड़ी में मारवाड़ से ब्यावर तक सामान विक्रय करते हुए आ रहे थे। वेंडर लोकेश कुमार ने तत्काल गाड़ी में कार्यरत चैकिंग स्टाफ हरदेव सिंह चौहान को मोबाइल पर सुचना देकर सुचित किया, इस प्रकरण में टिटिई चौहान ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जनरल कोच में जाकर तलाशी ली। बताए गए हुलिये के अनुसार बैग मिलने पर ल
विडियो काल पर बैग कि तस्दीक करवाकर,टिटिई हरदेव सिंह चौहान ने बैग अपने पास सुरक्षित रख लिया, इस बैग में यात्री चिंतन वैष्णव कि अगले एक माह कि जरुरी दवाईयां तथा लैपटॉप, व साबरमती से कि गई खरिददारी कि वस्तुएं थी, जिसे यात्री के परम मित्र सोहन सिंह रावत को अजमेर में सुपूर्द कर दिया गया, जो अजमेर से ब्यावर आने के लिए अजमेर स्टेशन पर खड़े थे।
इस पर यात्री चिन्तन वैष्णव ने सराहनीय सेवाओ के लिए टिटिई हरदेव सिंह चौहान व रेलवे प्रशासन को धन्यवाद दिया।