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सीधा सवाल। गंगरार। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर शनिवार रात पूर्बिया ब्राह्मण समाज की बड़ी हताई स्थित भगवान चारभुजानाथ मंदिर पर परंपरागत भजन जागरण का आयोजन किया गया। देर रात तक चले इस भजन संध्या में भजन गायक व सत्संग आयोजक प्रहलाद राय बरिया ने "मधुर मधुर तोरी बाजे मुरलिया" एवं "तोरा मन दर्पण कहलाये" जैसे भजनों की प्रस्तुति दी।
भजन मंडल के संचालक रामलाल नोग्या ने गणपति वंदना सहित "संता के मुख पर बरसे नूर" प्रस्तुत किया। वहीं इंद्रमल नोग्या ने "म्हाने छोड़ चल्यां किण देश", गोपाल पांचाल ने "तजि मन हरि विमुखन को संग", हस्तीमल सुराणा ने "भरी गगरी मोरी ढुलकाती छैल", मधुसूदन शर्मा ने "दुनिया के दीवाने नर क्यों नारायण बिसराय दिया" गाकर भक्तिमय माहौल बनाया।
इसी क्रम में रूपलाल नोग्या ने "संता की संगत शायरा", हरीश शर्मा ने "न यूं घनश्याम तुमको छोड़ूंगा", हरीश वैष्णव ने "कानूडो न जान म्हारी प्रीत", दीपक गंधर्व ने "आच्छी परणाई रे नुगरा माल ने", जीतमल सरेकु ने "तूं दो दिन का मेहमान" और गणपत लाल सरेकु ने "चोंच बणाबा वाला चुगो दी दो रे हरी" प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबोया।
भजन जागरण में राजेंद्र काकानी, रतनलाल टेलर, मनोहर सिंह राव, नारायण लाल सुथार, लक्ष्मी लाल पूर्बिया, नंदकिशोर बरिया सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे। ढोलक पर संगत रणजीत नन्नू ने की।
इधर परंपरागत रूप से चतुर्दशी की रात भगवान चारभुजानाथ का बैवाण नगर के मुख्य मार्गों से निकाला गया। शोभायात्रा के दौरान जगह-जगह भजनों की प्रस्तुतियां दी गईं। बड़ी हताई स्थित मंदिर पहुंचने पर पुजारी घनश्याम वैष्णव एवं समाजजनों ने ठाकुरजी की आरती उतारी और प्रसाद वितरण किया।