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सीधा सवाल। राशमी। थाना पुलिस ने न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा वर्ष 2014 से जारी स्थाई वारण्ट में वारण्टी को भीलवाड़ा से गिरफ्तार किया है।
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि एएसपी सरीता सिंह व डीएसपी गंगरार रामेश्वर लाल के निर्देशन में थानाधिकारी राशमी प्रेमसिंह उ.नि. के सुपरविजन में थाना राशमी में न्यायिक मजिस्ट्रेट राशमी के वर्ष 2014 से जारी स्थाई वारण्ट में वारण्टी 48 वर्षीय राधेश्याम उर्फ लाला पुत्र नन्दराम ब्राहमण निवासी दडबा थाना राशमी 11 सालों से अपनी सकुनत से फरार होकर अपनी पहचान छुपा कर जयपुर, अजमेर, भीलवाडा में किराये से रह रहा था। जिसको रविवार को पुलिस टीम हैड कानि. महिपाल सिंह, कानि. रमेश विश्नोई, विनोद कुमार व गोपीराम द्वारा भीलवाडा शहर में उक्त वारण्टी के किराये के मकान में रहने की भनक लगने पर उसके ठिकाने पर पहुँच, उसी मकान में कमरा किराये लेने हेतु कहा गया मगर वारण्टी द्वारा उस मकान में कोई कमरा खाली नहीं होना बता अपने मकान का दरवाजा बन्द कर लिया। जिस पर पुलिस टीम को पुर्ण विश्वास होने पर उक्त व्यक्ति से मकान का दरवाजा पुनः खुलवा कर नाम पता पुछा तो एक बार अपना नाम अशोक प्रजापत होना बताया मगर टीम द्वारा कडी पुछताछ कर नाम पता पुछने पर उक्त व्यक्ति ने अपना नाम राधेश्याम उर्फ लाला पुत्र नन्दराम ब्राहमण बताया जो मामले में फरार होकर स्थाई वारण्टी होने से नियमानुसार डिटेन किया जाकर गिरफतार किया गया। आरोपी को सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया। आरोपी को गिरफ्तारी में कानि. विनोद कुमार व गोपीराम का विशेष योगदान रहा।