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सीधा सवाल। बेगूं। राज्य सरकार द्वारा विगत 5 जून गंगा दशमी और विश्व पर्यावरण दिवस से 19 जून तक आयोजित हो रहे वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान बेगूं नगरपालिका प्रशासन के लिए सिर्फ कागजी कार्यवाही बन कर रह गया है। उक्त अभियान पर ना तो पालिका प्रशासन कोई खास रुचि दिखा रहा है, और न ही उपखंड प्रशासन द्वारा अभियान के संबंध में कोई समीक्षा की जा रही है। जानकारी के अनुसार 5 जून गंगा दशमी और विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रदेश के नदी, तालाबों और बावड़ियों को स्वच्छ बनाने की दिशा में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान का आगाज किया गया। उक्त अभियान को लेकर ब्राह्मणी नदी उदगम स्थल पर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, बेगूं विधायक डॉ सुरेश धाकड़, एसडीएम मनस्वी नरेश, नगरपालिका ईओ विष्णु लाल यादव की उपस्थिति में पालिका प्रशासन के अधिकारियो और कर्मचारियों ने अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया, लेकिन अभियान के समापन का समय नजदीक आने के बाद भी क्षेत्र की जीवनदायिनी ब्राह्मणी नदी के स्वरूप को निखारने में बेगूं नगरपालिका प्रशासन की उदासीनता उक्त अभियान में कागजी कार्यवाही कर मात्र औपचारिकता निभाते नजर आ रहे है, हालांकि अभियान को लेकर एक दिन नगर पालिका ईओ की मौजूदगी में पालिका कर्मचारी नगर के सिलोरियों की बावड़ी पर सफाई अभियान में भूमिका निभाकर अपनी पीठ थपथपा चुके है। इधर ब्राह्मणी नदी में गली मोहल्लों से निकलने वाला गंदा पानी नाले के अभाव में ब्राह्मणी नदी में गिर रहा है, हालांकि पालिका प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नदी के किनारों पर नाला निर्माण की आवश्यकता भी बताई गई, लेकिन इस ओर पालिका प्रशासन की अनदेखी और लेटलतिफी ब्राह्मणी नदी शुद्धिकरण में सबसे बड़ा रोड़ा बनी हुई है। अब देखना ये है कि अभियान के अंतिम तीन दिनों में बेगूं पालिका प्रशासन उक्त अभियान में क्या भागीदारी निभाता है?
रिवर फ्रंट से पहले नदी सफाई की आवश्यकता
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी द्वारा भजनलाल सरकार के अपने पहले बजट में ब्राह्मणी रिवर फ्रंट परियोजना की घोषणा के बाद बेगूं उपखंड प्रशासन द्वारा परियोजना के संबंध में आवश्यक कार्यवाही शुरु की गई, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए ब्राह्मणी नदी की स्वच्छता को लेकर बेगूं नगर पालिका प्रशासन गंभीर नही दिखाई दे रहा है। आपको बता दें कि राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं वित्तमंत्री दीया कुमारी द्वारा विधानसभा में पेश किए गए अपने पहले बजट में ब्राह्मणी नदी रिवर फ्रंट परियोजना की घोषणा की गई थी। परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर बजट घोषणा के बाद जिला कलेक्टर आलोक रंजन के निर्देश पर उपखंड प्रशासन द्वारा ब्राह्मणी रिवर फ्रंट की घोषणा के संबंध में उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों की बैठक भी आयोजित हो गई, बैठक में विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव देकर आवश्यक विचार विमर्श भी किया था। इधर अभी तक ब्राह्मणी नदी एवं नदी किनारों पर दिन–प्रतिदिन फैल रहे अपशिष्ट पर पालिका प्रशासन कोई खास गंभीरता नही दिखा रहा है। गली मोहल्लों से निकलने वाला गंदा पानी नाले के अभाव में इसी नदी में गिर रहा है। लोगों का कहना है कि पालिका क्षेत्र में स्वच्छता के दावे करने वाली बेगूं नगर पालिका ब्राह्मणी नदी की सफाई पर मुकदर्शक बन कर बैठी है। नदी में गिरने वाले गंदे पानी की समुचित निकासी और नदी किनारों पर लगी मांस–मटन की दुकानों पर पाबंदी ब्राह्मणी नदी शुद्धिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।