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दोषियों पर फांसी व बुलडोजर कार्रवाई की मांग

सीधा सवाल। भीलवाड़ा। गुजरात के अहमदाबाद में 10वीं के छात्र नयन यूवी सिन्धी की निर्मम हत्या के बाद सिन्धी समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है। सोमवार को भीलवाड़ा जिले की सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में समाजजनों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री राजस्थान, मुख्यमंत्री गुजरात और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की।
सिन्धु संस्कार सेवा समिति के अध्यक्ष हरीश मानवानी ने कहा कि यह घटना केवल सिन्धी समाज ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए हृदय विदारक और स्तब्धकारी है। उन्होंने कहा कृ “अगर जरूरत पड़ी तो हम अहमदाबाद में घेराव करेंगे। पुलिस प्रशासन अपने डंडे तैयार रखे, हम हमारी हड्डियां तुड़वाने को तैयार हैं, लेकिन हौसले नहीं टूटेंगे।”
समाजजनों द्वारा दिए गए ज्ञापन में कई कड़े कदम उठाने की मांग की गई। इसमें स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषियों को जल्द सजा दी जाए। आरोपियों को फांसी की सजा दिलाई जाए। दोषियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हो। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए। परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। देशभर के सभी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाए। स्कूल परिसरों में हथियार और मांसाहार पर रोक लगाई जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान भीलवाड़ा के दादे साहब झूलेलाल मंदिर, सिन्धु नगर, सिरक्की मोहल्ला, बापूनगर, शास्त्री नगर, पंचवटी और चन्द्रशेखर आजाद नगर के झूलेलाल मंदिरों के प्रतिनिधि, विभिन्न सिन्धी समाज संस्थाओं, व्यापारिक वर्ग और झूलेलाल टीम के पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में दोषियों को कठोरतम सजा देने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।
गुजरात के अहमदाबाद स्थित सेवेंथ डे स्कूल में नयन यूवी सिन्धी 10वीं कक्षा में पढ़ता था। वह छुट्टी के बाद अपने चचेरे भाई के साथ सीढ़ियों से उतर रहा था। इसी दौरान उसी कक्षा के एक अन्य छात्र से विवाद हो गया। मामूली झगड़ा मारपीट में बदल गया और आरोपी छात्र ने बैग से चाकू निकालकर नयन पर वार कर दिया। गंभीर रूप से घायल नयन को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
भीलवाड़ा में सौंपे गए ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया कि यह घटना शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। यदि स्कूल परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होती तो यह दर्दनाक हादसा टल सकता था। समाजजनों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और अहमदाबाद में घेराव करेंगे।