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सीधा सवाल। बेगूं। उपखंड क्षेत्र के पारसोली थाना क्षेत्र में चौसला पुलिया पर 29 अगस्त को बाइक सवार 5 जने रूपारेल नदी में बह गए थे। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तीन जनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था, वही मैना प्रजापत और उसकी 8 वर्षीय बेटी रिया की तलाश जारी थी। लापता मां बेटी की तलाश में 29 अगस्त दोपहर से लगातार एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और गोताखोरों की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई थी। जानकारी के अनुसार भादवी छठ पर सारण गांव में देवरे पर दर्शन कर घासीलाल प्रजापत निवासी हाड़ा का खेड़ा, अपनी पत्नी, बेटी और दोहिते–दोहिती के साथ वापस अपने गांव लौट रहा था। इस दौरान चोसला पुलिया पर रूपारेल नदी में फिसल कर गिर गए और पानी के बहाव में बह गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तीन जनों घासीलाल, उसकी पत्नी और दोहिते को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, वही मैना प्रजापत 30 और उसकी 8 वर्षीय बेटी रिया पानी के बहाव में बह गई। सूचना पर प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और गोताखोरों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में हाई रेजोल्यूशन ड्रोन का भी सहारा लिया गया। घटना के तीसरे दिन रविवार सुबह एसडीआरएफ टीम द्वारा एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान पुलिस के पास ही जेसीबी द्वारा रेत को हटाया गया, मैना प्रजापत और रिया के शव रेत में दबे हुए मिले। इस पर एसडीआरएफ टीम ने शवों को बाहर निकाला। मौके पर मौजूद पारसोली थानाधिकारी शिवराज राव ने पुलिस टीम के साथ शवों को कब्जे में लिया। उपखंड अधिकारी के निर्देश पर मौके पर पहुंची मेडिकल टीम पोस्टमार्टम की कार्यवाही पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिए। तीन दिनों से चल रहे इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर एसडीएम अंकित सामरिया, डीएसपी अंजलि सिंह, तहसीलदार गोपाल जीनगर, नायब तहसीलदार रामचंद्र वैष्णव हर समय नजर बनाए हुए थे।