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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ। भारत की विश्वसनीय बिल्डिंग मटेरियल कंपनी और क्षमता के आधार पर देश की पांचवीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी, न्युवोको विस्टास कॉर्प. लिमिटेड ने अपनी व्यावसायिक रणनीति के अनुरूप पूर्वी भारत में विस्तार योजनाओं की घोषणा की। कंपनी सतत् विकास के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है, ताकि अपनी बाजार पहुंच और उपस्थिति को और विविध बनाया जा सके। न्युवोको विस्टास अपने अरसमेटा सीमेंट प्लांट में एक नई मिल जोड़ने और जोजोबेरा, पानागढ़ और ओडिशा सीमेंट प्लांट में डिबॉटलनेकिंग परियोजनाओं के जरिए पूर्वी भारत में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रही है। कंपनी उपकरणों के उन्नयन, प्रक्रियाओं में सुधार और आंतरिक डिबॉटलनेकिंग पहलों के माध्यम से वित्त वर्ष 2026-27 के अंत तक लगभग 4 एमएमटीपीए की अतिरिक्त ग्राइंडिंग क्षमता जोड़ने की योजना बना रही है। मुख्य लक्ष्यों में वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही के दौरान 1 एमएमटीपीए, वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान ्2 एमएमटीपीए और वित्त वर्ष 2026-27 में 1 एमएमटीपीए की अतिरिक्त क्षमता जोड़ना शामिल है। इन सुधारों से अगले 18 महीनों में पूर्वी भारत में न्युवोको की कुल सीमेंट क्षमता 20ः से अधिक बढ़कर 19 एमएमटीपीए से बढ़कर 23 एमएमटीपीए तक पहुंच जाएगी। न्युवोको लगातार अपनी फैक्ट्रियों को अपग्रेड कर रही है, ताकि ग्राहकों की बदलती ज़रूरतों को पूरा किया जा सके और उन्हें बेहतर सेवा दी जा सके। इस मौके पर न्युवोको विस्टास कॉर्प. लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जयकुमार कृष्णस्वामी ने कहा कि भारत में सीमेंट की मांग वित्त वर्ष 2025-26 में 7-8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है, और हम लंबी अवधि के विकास पथ पर मज़बूती से आगे बढ़ रहे हैं। हाल ही में वद्राज सीमेंट लिमिटेड के अधिग्रहण और मौजूदा सुविधाओं के उन्नयन में किए गए निवेश हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं कि हम पूर्वी भारत में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखते हुए पश्चिमी और उत्तरी बाज़ारों में भी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहते हैं।